घर में उगाई शलजम से बढ़ेगा खाने का स्वाद, गमले में रोपाई के लिए यहां से सस्ते बीज खरीदें

गार्डनिंग का शौक रखते हैं और अपने घर में ही उगाई गई शुद्ध और ताजी सब्जियों का आनंद लेना चाहते हैं तो घर के बगीचे में शलजम का पौधा लगाना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. आइए जानते हैं इस सब्जी में क्या है खास और कहां से खरीदें इसके बीज.

नोएडा | Published: 16 Oct, 2025 | 12:20 PM

Home Gardening Tips: सर्दियां दस्तक देने लगी हैं और इन दिनों घरों में सब्जियों की खपत भी बढ़ जाती है. बागवानी का शौक रखने वाले लोग अपने घरों की बालकनी, गमलों, छतों या खुले हिस्से में सीजनल यानी मौसमी सब्जियों को उगाकर घर की शुद्ध और ताजी सब्जियों का आनंद लेते हैं. शलजम भी उन्हीं में से एक है. शलजम एक ऐसी मौसमी सब्जी है, जो न केवल स्वाद में बेहतरीन होती है बल्कि पोषण से भी भरपूर है. इसमें मौजूद विटामिन C, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे गुण, शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करते हैं, खास बात ये है कि इसे आसानी से घर के बगीचे में भी लगाया जा सकता है और खेत में किसान भी इसे आसानी से लगा सकते हैं.

घर में शलजम उगाने के फायदे

घर में शलजम उगाने का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको शुद्ध, ताजे और ऑर्गेनिक शलजम मिलेंगे. इसका स्वाद भी बाजार से खरीदी गई सब्जी की तुलना में ज्यादा अच्छा होता है. यही कारण है कि लोग अब घर की बालकनी, छत या किचन गार्डन में शलजम उगाना पसंद कर रहे हैं. बता दें कि, घर में उगाई गई शलजम में किसी तरह का केमिकल या पेस्टीसाइड का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. शलजम का इस्तेमाल सब्जी, पराठा, सूप और सलाद बनाने में किया जाता है.

यहां से खरीदें बीज

आप भी अपने घर या खेत में शलजम उगाना चाहते हैं तो इसके बीजों के लिए आपको कहीं भटकने की जरूरत नहीं है. राष्ट्रीय बीज निगम (National Seed Corporation) शलजम के 100 ग्राम बीज का पैकेट 28 फीसदी छूट के साथ मात्र 51 रुपये में उपलब्ध करा रहा है. आप चाहें तो इसके बीज ऑनलाइन ऑर्डन कर सकते हैं.

NSC से सस्ते में खरीदें बीज (Photo Credit- NSC)

ऐसे करें ऑनलाइन ऑर्डर

ऐसे करें शलजम की खेती

शलजम को उगाने के लिए अक्टूबर से दिसंबर के बीच का समय सही होता है. इसके लिए अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट या चिकनी मिट्टी बेस्ट होती है. बीज बुवाई से पहले मिट्टी को अच्छी तरह जुताई कर उसमें गोबर की सड़ी खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिलाना जरूरी है. बता दें कि, मिट्टी में बीज को 1 से 2 सेंटीमीटर गहराई में बोएं और कतार से कतार के बीच की दूरी लगभग 30 सेंटीमीटर रखें. बुवाई के 45 से 60 दिन में शलजम कटाई के लिए तैयार हो जाता है.

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