यूपी में सीड पार्क बनाने को मंजूरी, डेयरी यूनिट के लिए 35 फीसदी पैसा देगी सरकार

यूपी कैबिनेट निर्णयों की जानकारी देते हुए राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि सरकार ने तय किया है कि सीड पार्क को लखनऊ में बनाया जाएगा.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 15 May, 2025 | 07:52 PM

उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ में सीड पार्क निर्माण को मंजूरी दे दी है. यूपी कैबिनेट निर्णयों की जानकारी देते हुए राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि सरकार ने तय किया है कि सीड पार्क को लखनऊ में बनाया जाएगा. इसके लिए 251 करोड़ से अधिक की राशि को स्वीकृत किया जा रहा है. सीड पार्क के निर्माण से राज्य में उन्नत किस्मों का उत्पादन होना आसान हो जाएगा और किसानों को सही दर में उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराने में आसानी हो सकेगी.

कृषि मंत्री बोले- लखनऊ में बनेगा सीड पार्क

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कैबिनेट निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में आधुनिक ‘सीड पार्क’ की स्थापना को मंजूरी दी गई. यह पार्क भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर होगा. राज्य के पहले बीज पार्क के निर्माण के साथ ही सरकार उत्तर प्रदेश को बीजों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने जा रही है.

251 करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे

कृषि मंत्री ने कहा कि इस ‘सीड पार्क’ को लखनऊ में 130.63 एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के लिए 251.70 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसका उद्देश्य प्रदेश में उन्नत बीज उत्पादन को प्रोत्साहन देना है. बीज पार्क के बनने से किसानों को फसलों की अलग-अलग किस्मों के उन्नत बीज पाना आसान हो जाएगा. स्थानीय स्तर पर बीजों के उत्पादन होने से किसानों को सस्ती दर पर उन्नत किस्म के बीज मिल सकेंगे.

मिल्क यूनिट के लिए 35 फीसदी अनुदान

उन्होंने कहा कि पशुधन व दुग्ध विकास विभाग के लिए भी कई योजनाों पर फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति 2022 में संशोधन को मंजूरी दी गई है. इससे प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा. कैबिनेट फैसलों के अनुसार नई दुग्ध प्रसंस्करण यूनिट स्थापना में पूंजीगत अनुदान 35 फीसदी करने की घोषणा की गई है. इसके साथ ही कई अन्य फैसले भी किए गए हैं.

बुंदेलखंड में बीज विकास पर जोर

बुंदेलखंड को दलहन विकास के रूप में राज्य सरकार देख रही है. इसीलिए यहां पर दलहन फसलों चना, मसूर, मटर, मूंग और उड़द के साथ ही तिलहन फसलों में सरसों और अलसी की हाई क्वालिटी देने वाली किस्मों के बीजों का उत्पादन किया जा रहा है. ललितपुर जनपद को दलहन बीज उत्पादन केंद्र बनाने के लिए चुना गया है.

बीज गुणवत्ता में सुधार के लिए जिला स्तर पर सर्वे प्रक्रिया हो चुकी है. जबकि, झांसी स्थित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक फसलों की उन्नत किस्मों को विकसित कर रहे हैं. तेलंगाना के हैदराबाद में इक्रीसेट (ICRISAT) की ओर से बुंदेलखंड में उन्नत बीज सौंपे गए हैं. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKV) के तहत बुंदेलखंड के 7 जनपदों में इक्रीसेट के साथ मिलकर काम चल रहा है.

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Published: 15 May, 2025 | 07:30 PM

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