बारिश से पहले या बाद में? जानिए कीटनाशक छिड़काव का सही समय

ऐसे कीटनाशक चुनें जो "रेनफास्ट" यानी बारिश में भी फसल पर टिके रहें. ये कीटनाशक या तो पौधे में जल्दी अवशोषित हो जाते हैं या पत्तियों की सतह पर अच्छी तरह चिपक जाते हैं.

नई दिल्ली | Published: 6 Jun, 2025 | 03:26 PM

बारिश का मौसम हर किसान के लिए एक राहत भी लाता है और एक चुनौती भी. जहां एक ओर पानी की उपलब्धता फसलों की अच्छी बढ़वार में मदद करती है, वहीं दूसरी ओर यही नमी कीटों और बीमारियों के बढ़ने का कारण बन जाती है. ऐसे में कीटनाशकों का सही समय पर और सही तरीके से उपयोग करना बहुत जरूरी हो जाता है. लेकिन बारिश के दौरान कीटनाशक का छिड़काव करना आसान नहीं होता, बारिश की वजह से कीटनाशक बह सकते हैं, असर कम हो सकता है और पर्यावरण को नुकसान भी पहुंच सकता है.

बारिश में कीटनाशकों के छिड़काव से जुड़ी समस्याएं और समाधान-

पानी के बहाव और जमीन में रिसाव का असर

जब बारिश होती है, तो कीटनाशक फसल से बहकर पास के पानी के स्रोतों तक पहुंच सकते हैं, जिससे पानी प्रदूषित हो सकता है. इसके अलावा, भारी बारिश से कीटनाशक मिट्टी में गहराई तक चला जाता है जिससे उसका असर खत्म हो सकता है. इसलिए कीटनाशक का छिड़काव करते समय मौसम की जानकारी जरूर लें और कोशिश करें कि छिड़काव के कम से कम 24 घंटे तक बारिश न हो.

सही कीटनाशक का चुनाव

ऐसे कीटनाशक चुनें जो “रेनफास्ट” यानी बारिश में भी फसल पर टिके रहें. ये कीटनाशक या तो पौधे में जल्दी अवशोषित हो जाते हैं या पत्तियों की सतह पर अच्छी तरह चिपक जाते हैं.

छिड़काव की तकनीक में बदलाव

स्प्रे मशीन की नोजल को ऐसे सेट करें कि बड़े-बड़े बूंदें निकलें. इससे छिड़काव बारिश में जल्दी नहीं बहता. साथ ही, कीटनाशक को थोड़ा गाढ़ा बनाएं यानी पानी की मात्रा कम रखें ताकि असर ज्यादा देर तक बना रहे.

छिड़काव का सही समय

अगर मौसम साफ हो तो सुबह-सुबह छिड़काव करना अच्छा होता है. दिन भर में कीटनाशक सूख जाता है और बारिश आने पर असर कम नहीं होता. छिड़काव के बाद कम से कम एक दिन तक बारिश न हो, ये बहुत जरूरी है.

सही समय तक असर करने वाला कीटनाशक चुनें

ऐसे कीटनाशक चुनें जिनका असर बारिश के मौसम तक बना रहे लेकिन ज्यादा देर तक फसल और पर्यावरण पर न टिका रहे. इससे कीट नियंत्रण भी होगा और पर्यावरण की सुरक्षा भी होगी.

IPM (समेकित कीट प्रबंधन) अपनाएं

सिर्फ कीटनाशकों पर निर्भर रहना सही तरीका नहीं है. रोग-प्रतिरोधी बीज, फसल की सही दूरी, समय पर निराई-गुड़ाई और कीटों के प्राकृतिक दुश्मनों का उपयोग भी फायदेमंद होता है. इससे कीटनाशकों की जरूरत भी कम होती है.

सुरक्षा का रखें ध्यान

बारिश के समय छिड़काव करने से कीटनाशक नदियों, तालाबों या पीने के पानी में मिल सकता है. इसलिए हमेशा जल स्रोतों के पास छिड़काव से बचें और सभी श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण (जैसे दस्ताने, मास्क, चश्मा) पहनाना जरूरी है.