बाजार से 28 रुपये सस्ती दाल बेच रही सरकार, दाल महंगाई की वजह क्या है?

दालों की बढ़ती कीमतों ने उपभोक्ताओं को परेशान कर रखा है. राहत देने के लिए केंद्र ने भारत ब्रांड के तहत अब मूंग और मसूर दाल की बिक्री करने की घोषणा की है.

रिजवान नूर खान
Noida | Updated On: 21 Mar, 2025 | 06:10 PM

खपत के मुकाबले दालों के उपज में कमी रहने के चलते अकसर दालों की कीमतें उपभोक्ताओं को परेशान करती हैं. कंज्यूमर को सस्ती कीमत पर दाल उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने भारत ब्रांड के तहत दालों की बिक्री शुरू की है. 2023 में भारत ब्रांड के तहत सबसे पहले चना की बिक्री शुरू की गई थी. अब मसूर और मूंग को भी सस्ती दर में उपलब्ध कराने के लिए बिक्री सूची में शामिल किया गया है. सरकार चना दाल की बाजार में औसत कीमत 88 रुपये प्रति किलो की तुलना में 28 रुपये प्रति किलो सस्ती दर पर उपलब्ध करा रही है.

अमेरिकी टैरिफ वॉर ने कमोडिटी बाजार को हिलाया

खरीफ सीजन 2024-25 में दालों के रकबे में 10 फीसदी से अधिक के उछाल के बावजूद खपत जरूरत पूरी करने के लिए केंद्र को दाल आयात करना पड़ सकता है. आंकड़े बताते हैं कि सालाना 25 फीसदी दालों का आयात करना पड़ता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसीप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा के चलते कमोडिटी बाजार में कीमतों में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है. दालों की महंगाई उपभोक्ताओं को परेशान न कर सके, इसके लिए केंद्र सरकार ने भारत ब्रांड के तहत सस्ती दर पर दालों की बिक्री जारी रखी है.

बाजार में सरकारी कीमत से 29 रुपये महंगी दाल

उपभोक्ता मामले विभाग के मूल्य निगरानी प्रभाग के अनुसार 21 मार्च 2025 को आवश्यक वस्तुओं के दैनिक खुदरा मूल्य के तहत देश में चना दाल की औसत कीमत 89 रुपये प्रति किलो है. जबकि, अधिकतम कीमत 129 रुपये प्रति किलो है. केंद्र सरकार भारत ब्रांड के तहत इस चना दाल को केवल 60 रुपये प्रति किलो की दर पर बेच रही है. वहीं, अगर कोई उपभोक्ता 30 किलो का पैकेट खरीदता है तो उसे 55 रुपये प्रति किलो की दर से दाल उपलब्ध कराई जा रही है. इस हिसाब से देखें तो सरकारी दाल का दाम बाजार से करीब 29 रुपये प्रति किलो कम है.

13 हजार मीट्रिक टन बिका साबुत चना

रियायती दरों के चलते भारत चना दाल के पहले चरण में खुदरा उपभोक्ताओं को 12.32 लाख मीट्रिक टन चना दाल बेची गई है. बिक्री के दूसरे चरण में चना दाल 3 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त बेची जा रही है. इसमें से 12 मार्च 2025 तक 1.18 लाख मीट्रिक टन चना दाल बेची जा चुकी है. जबकि, साबुत चना का 1 किलो पैक 70 रुपये में बेचा जा रहा है और अब तक 13,495 मीट्रिक टन साबुत चना बेचा जा चुका है. यह बिक्री केंद्रीय सहकारी समिति नेफेड, केन्द्रीय भंडार, एनसीसीएफ की दुकानों, मोबाइल वैन, ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों और बड़ी चेन रिटेलर्स के जरिए बेची जा रही है.

मूंग और मसूर भी भारत ब्रांड दाल में शामिल

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने हाल ही में लोकसभा में बताया कि सस्ती दर पर दाल उपलब्ध कराने के क्रम में भारत ब्रांड दाल में मूंग और मसूर दाल को भी शामिल किया गया है. उपभोक्ताओं को मूंग दाल 89 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध होगी. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 21 मार्च 2025 को मूंग दाल की बाजार में औसत कीमत 112 रुपये प्रति किलो है.

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Published: 21 Mar, 2025 | 06:00 PM

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