पंजाब में एक बार फिर किसान आंदोलन की चिंगारी जल उठी है. MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य), गिरफ्तारी और सरकारी कार्रवाई को लेकर किसान संगठनों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. किसानों की आवाज उठाने वाले जगजीत सिंह डल्लेवाल को रविवार को बठिंडा जाने से पहले ही उनके घर में नजरबंद कर दिया गया. इससे माहौल और भी गरमा गया है.
बिना बाहर निकले ही रोक दिए गए डल्लेवाल
रविवार को फरीदकोट जिले में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अपने घर से बठिंडा जाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन तभी पुलिस वहां पहुंच गई और उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक दिया गया. डल्लेवाल BKU (एकता सिद्धूपुर) संगठन के प्रमुख हैं और वे अपने 72 साथियों की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाने बठिंडा जा रहे थे.
क्यों बढ़ रहा है किसानों का गुस्सा?
दरअसल, बठिंडा के घासो खाना इलाके में पाइपलाइन बिछाने के विरोध में किसानों ने प्रदर्शन किया था. इसके चलते सात किसानों को हिरासत में लिया गया, जिनमें प्रमुख नेता कक्का सिंह कोटड़ा भी शामिल हैं. इन सभी को मुक्तसर जेल भेजा गया है और वहां भूख हड़ताल भी शुरू हो चुकी है.
डल्लेवाल का इतिहास रहा है संघर्षों भरा
आपको बता दें कि डल्लेवाल पहले भी 2024 के अंत में 131 दिनों तक भूख हड़ताल कर चुके हैं. वे सभी फसलों पर MSP की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली तक आंदोलन में शामिल रहे हैं. वहीं रविवार शाम को उनका फेसबुक लाइव भी तय था, जिसमें वे किसानों को एकजुट होने की अपील कर सकते थे. शायद इसी को देखते हुए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया.
क्या होगा अगला कदम
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर यूनियनों ने अहम बैठक बुलाई है. संभावना है कि पंजाब सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने का फैसला लिया जा सकता है. साथ ही हरियाणा में भी किसान संगठनों की बैठक होगी, जिससे यह मुद्दा पूरे उत्तर भारत में फैल सकता है.