देश के कई हिस्सों में मानसून पूर्व गतिविधियों ने जोर पकड़ लिया है. खासकर पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. लगातार हो रही बारिश से बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालात बन गए हैं. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने असम समेत कई पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि अगले कुछ दिनों तक हालात और बिगड़ सकते हैं.
पूर्वोत्तर राज्यों में रेड अलर्ट
असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 3 जून तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग का कहना है कि इन इलाकों में अगले 5 दिनों तक लगातार बारिश हो सकती है, जिससे नदियों का जलस्तर और बढ़ेगा और बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है.
1 जून को जारी बुलेटिन में बताया गया कि कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी. मणिपुर और मिजोरम जैसे राज्यों में भूस्खलन की आशंका भी बनी हुई है. इम्फाल के JNIMS अस्पताल क्षेत्र में बाढ़ के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया गया.
उत्तर भारत में तूफान और बारिश का अलर्ट
उत्तर भारत के राज्यों में भी मौसम तेजी से बदल रहा है. उत्तर प्रदेश में 14 जिलों में आंधी-तूफान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिमी यूपी में 2 जून से तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है, जिसकी रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है.
दिल्ली-NCR में भी हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना जताई गई है. इसके चलते रविवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर 14 फ्लाइट्स का रूट डायवर्ट करना पड़ा और करीब 350 फ्लाइट्स में देरी हुई.
बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश में बिजली और बारिश का खतरा
बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में भी आंधी, बिजली और मध्यम बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने 4 जून तक इन राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है. यहां बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की संभावना है.
दक्षिण भारत भी हो रहा बारिश से तरबतर
केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक में भी मानसून पूर्व की बारिश हो रही है. कुछ क्षेत्रों में मध्यम तो कुछ स्थानों पर भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप और कोंकण-गोवा के तटीय क्षेत्रों में भी तेज बौछारें पड़ने के संकेत मिले हैं.