सांप काटे तो जड़ी-बूटी नहीं, करें बस ये 5 काम… जरा सी लापरवाही पड़ सकती है जान पर भारी

बरसात में खेतों, झाड़ियों और गीली जमीन पर सांपों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 4 Jul, 2025 | 08:42 AM

बरसात के मौसम में खेतों, झाड़ियों और गीली जमीन पर सांपों का खतरा बढ़ जाता है. खासकर ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश यानी सांप के काटने की घटनाएं आम हैं. कई बार लोग डर के मारे गलत कदम उठा लेते हैं. जैसे झाड़-फूंक करवाना, जड़ी-बूटी खाना या घाव पर चाकू चलाना. लेकिन ऐसा करना जानलेवा हो सकता है. अगर समय पर सही कदम उठाए जाएं तो सर्पदंश से जान बचाई जा सकती है. इसलिए जरूरी है कि आप सतर्क रहें और सही जानकारी रखें.

सर्पदंश से बचने के लिए बरतें ये 5 सावधानियां

  1. बरसात के मौसम में खेतों और आसपास के इलाकों में सांपों  का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में सबसे जरूरी है कि खेत में काम करते समय सर्पदंश से बचाव के लिए किसान जूते और दस्ताने जरूर पहनें. नंगे पांव खेत में जाना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि गीली मिट्टी और घास में सांप आसानी से छिप जाते हैं और काट सकते हैं. इसलिए सुरक्षा के लिए यह एक बहुत जरूरी सावधानी है.
  2. अगर खेत या घर के पास झाड़ियां, पुआल के ढेर या लकड़ी रखी हो तो उसमें हाथ डालने से पहले डंडे से हल्का मार कर देख लेना चाहिए. यह तरीका अपनाने से अगर कोई सांप वहां छिपा होगा तो वह डरकर भाग जाएगा और खतरा टल जाएगा.
  3. रात के समय या कम रोशनी में कभी भी बिना टॉर्च के बाहर न निकलें. क्योंकि, टॉर्च की मदद से रास्ता और जमीन साफ दिखती है और अगर कहीं सांप हो तो पहले ही नजर आ सकता है.
  4. बरसात में खुले में सोने से भी बचना चाहिए. जमीन पर नमी और गंदगी के कारण सांप अंदर आ सकते हैं, इसलिए हमेशा कमरे में या सुरक्षित जगह पर मच्छरदानी लगाकर सोएं.
  5. बच्चों को खासतौर पर सावधान रखें. उन्हें अकेले बाहर न भेजें और यह समझाएं कि झाड़ियों, गड्ढों या अंधेरे वाली जगहों पर बिल्कुल न जाएं.

इन 5 बातों को जरूर याद रखें

  • घबराएं नहीं, तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं.
  • जड़ी-बूटी, झाड़-फूंक और चाकू से घाव काटना पूरी तरह गलत.
  • शरीर को शांत रखें और ज्यादा हिल-डुल न करें.
  • अगर संभव हो तो सांप का रंग, आकार याद रखें लेकिन उसे पकड़ने की कोशिश न करें.
  • हर मिनट कीमती है, देरी जानलेवा हो सकती है.

हर गांव-शहर में बनेंगी ‘सर्प मित्र’ टीम

वहीं, इसे देखते हुए मध्य प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सांप के काटने के मामलों से निपटने के लिए एक अच्छी पहल की है. सरकार चाहती है कि गांव और शहरों में कुछ स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर ‘सर्प मित्र’ और ‘स्नेक कैचर’ की टीम तैयार की जाए. इनकी एक सूची बनाई जाएगी और उनके हेल्पलाइन नंबर लोगों को बताए जाएंगे. इन्हें सांप पकड़ने की किट, फर्स्ट एड बॉक्स और जरूरी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि ये जरूरत पड़ने पर समय पर पहुंचकर लोगों की मदद कर सकें.

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Published: 4 Jul, 2025 | 06:45 AM

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