पोषण की कमी दूर करेगी कुटकी, मंत्रालय की रिपोर्ट में खुलासा-शुगर से लेकर मोटापे तक में फायदेमंद

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार कुटकी एक छोटा पर बेहद पोषक दाना है, जो आयरन, कैल्शियम और फाइबर से भरपूर होता है. यह पाचन सुधारने, वजन घटाने, शुगर नियंत्रित करने और दिल की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करता है. मंत्रालय लोगों को इसे रोजाना आहार में शामिल करने की सलाह दे रहा है.

नोएडा | Updated On: 28 Nov, 2025 | 10:23 PM

Millet Benefits : दुनिया में अनाज भले ही कितने बदल जाएं, लेकिन हमारे पारंपरिक छोटे दाने आज भी पोषण के मामले में सबसे आगे हैं. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने हाल ही में कुटकी (Kutki Millet) के फायदे बताकर लोगों को इसे रोजाना आहार में शामिल करने की अपील की है. मंत्रालय का कहना है कि कुटकी न केवल शरीर को ताकत देती है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाती है. आइए सरल भाषा में समझते हैं कि आखिर कुटकी इतनी खास क्यों है.

कुटकी में भरपूर पोषण, छोटे दाने में बड़ी ताकत

कुटकी एक ऐसा मोटा अनाज है, जिसमें आयरन, कैल्शियम और फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है. मंत्रालय के अनुसार, यह शरीर की क्षमता बढ़ाने में मदद करता है और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए फायदेमंद है. फाइबर ज्यादा होने की वजह से यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है. इससे भूख बार-बार नहीं लगती और शरीर को लगातार ऊर्जा मिलती रहती है. कैल्शियम  इसकी सबसे बड़ी ताकत हैयह हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है. इसलिए जिन लोगों को कमजोरी, थकान या हड्डियों का दर्द रहता है, उनके लिए कुटकी एक बढ़िया विकल्प है.

पाचन, मधुमेह और मोटापे में असरदार

कृषि मंत्रालय के मुताबिक, कुटकी आसानी से पचने वाला अनाज  है. भारी भोजन से होने वाली पेट की दिक्कतें, जैसे गैस, कब्ज या एसिडिटी, में भी यह मदद करता है. सबसे खास बात यह है कि कुटकी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है, इसलिए मधुमेह के मरीजों के लिए यह बेहद फायदेमंद मानी जाती है. जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए भी कुटकी आदर्श खाद्य पदार्थ है. इसका फाइबर मोटापा कम करने में मदद करता है और शरीर की चर्बी को कम करने में साथ देता है. यही वजह है कि इसे आजकल हेल्दी डाइट का जरूरी हिस्सा बनाया जा रहा है.

कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को नियंत्रित करने में उपयोगी

सिर्फ पाचन ही नहीं, बल्कि दिल की सेहत के लिए भी कुटकी शानदार है. मंत्रालय का कहना है कि कुटकी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम  करती है और रक्तचाप को नियंत्रित रखने में भी मदद करती है. नियमित रूप से कुटकी खाने से हार्ट अटैक, हाई बीपी और मोटे भोजन से होने वाली अन्य समस्याओं का खतरा कम होता है. इसे खिचड़ी, उपमा, रोटी, आटा या दलिया के रूप में आसानी से रोजाना के भोजन में शामिल किया जा सकता है.

Published: 29 Nov, 2025 | 06:00 AM

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