बरसात में खेत का चारा नहीं, ये पत्तियां बनेंगी बकरियों की लाइफसेवर.. ग्रोथ भी खूब होगी

Bakri Palan Ke Tips: बरसात और बाढ़ के मौसम में पशुपालकों की सबसे बड़ी चिंता सिर्फ चारे की कमी नहीं, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी होती है. खेतों में भले ही हरा चारा भरपूर दिखे, लेकिन ज्यादा नमी और दूषित पानी इसे बकरियों के लिए खतरनाक बना देता है. ऐसे हालात में पेड़ों की पत्तियां प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प बनकर सामने आती हैं, जो न सिर्फ बकरी को पेट की बीमारियों से बचाती हैं बल्कि उनकी ग्रोथ को भी बरकरार रखती हैं.

Isha Gupta
नोएडा | Updated On: 7 Sep, 2025 | 02:18 PM
1 / 6बरसात और बाढ़ के मौसम में सबसे बड़ी समस्या हरे चारे की उपलब्धता नहीं, बल्कि उसकी गुणवत्ता होती है. नमी वाला चारा बकरियों में पेट संबंधी बीमारियां को बढ़ा देता है.

बरसात और बाढ़ के मौसम में सबसे बड़ी समस्या हरे चारे की उपलब्धता नहीं, बल्कि उसकी गुणवत्ता होती है. नमी वाला चारा बकरियों में पेट संबंधी बीमारियां को बढ़ा देता है.

2 / 6पेड़ों की पत्तियां इस मौसम में बकरियों के लिए सबसे सुरक्षित चारा साबित होती हैं. इनमें नमी कम होती है और ये खेतों के हरे चारे की तरह कीटों से दूषित नहीं होतीं.

पेड़ों की पत्तियां इस मौसम में बकरियों के लिए सबसे सुरक्षित चारा साबित होती हैं. इनमें नमी कम होती है और ये खेतों के हरे चारे की तरह कीटों से दूषित नहीं होतीं.

3 / 6नीम, अमरुद और मोरिंगा (सहजन) की पत्तियां बरसात में बकरियों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं. ये पौष्टिक होने के साथ-साथ सुरक्षित भी रहती हैं.

नीम, अमरुद और मोरिंगा (सहजन) की पत्तियां बरसात में बकरियों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं. ये पौष्टिक होने के साथ-साथ सुरक्षित भी रहती हैं.

4 / 6इन पत्तियों में प्रोटीन और टेनिन की भरपूर मात्रा होती है, जो बकरियों के पेट के कीड़ों को खत्म करने और पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करती है.

इन पत्तियों में प्रोटीन और टेनिन की भरपूर मात्रा होती है, जो बकरियों के पेट के कीड़ों को खत्म करने और पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करती है.

5 / 6बरसात के दूषित पानी से बकरियों के पेट में कीड़े होना आम बात है. ऐसे में ये पत्तियां प्राकृतिक दवा की तरह काम करती हैं और इलाज का खर्च भी बचाती हैं.

बरसात के दूषित पानी से बकरियों के पेट में कीड़े होना आम बात है. ऐसे में ये पत्तियां प्राकृतिक दवा की तरह काम करती हैं और इलाज का खर्च भी बचाती हैं.

6 / 6नीम, अमरुद और मोरिंगा की पत्तियां न सिर्फ बीमारियों से बचाती हैं, बल्कि बकरियों की ग्रोथ को भी प्रभावित नहीं होने देतीं और उन्हें स्वस्थ बनाए रखती हैं.

नीम, अमरुद और मोरिंगा की पत्तियां न सिर्फ बीमारियों से बचाती हैं, बल्कि बकरियों की ग्रोथ को भी प्रभावित नहीं होने देतीं और उन्हें स्वस्थ बनाए रखती हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 7 Sep, 2025 | 02:15 PM

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?

Side Banner

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?