Dairy Farming: किसानों की बल्ले-बल्ले! गाय की ये 5 नस्लें देती हैं 20L तक दूध, बीमारियों से भी रहती हैं सुरक्षित!

Dairy Farming Tips: गाय पालन सिर्फ शौक नहीं, बल्कि किसानों और घर वालों के लिए अच्छी आमदनी का महत्वपूर्ण जरिया भी है. सही नस्ल का चुनाव, नियमित देखभाल और स्वच्छता के बिना गाय का दूध उत्पादन कम हो सकता है और जानवर बीमार भी पड़ सकते हैं. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि कौन सी नस्ल आपके इलाके की जलवायु और परिस्थितियों के लिए सबसे उपयुक्त है. सही जानकारी और सावधानी के साथ आप अपने पशुपालन को लाभदायक और सुरक्षित बना सकते हैं.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 12 Oct, 2025 | 02:50 PM
1 / 6Dairy Farming: कई क्षेत्रों में ज्यादा दूध उत्पादन के लिए विदेशी नस्ल की गायों को पालना फायदेमंद है. हालांकि, इन्हें स्थानीय जलवायु और परिस्थितियों के अनुसार संभालना जरूरी है.

Dairy Farming: कई क्षेत्रों में ज्यादा दूध उत्पादन के लिए विदेशी नस्ल की गायों को पालना फायदेमंद है. हालांकि, इन्हें स्थानीय जलवायु और परिस्थितियों के अनुसार संभालना जरूरी है.

2 / 6Desi Gay palan: देसी नस्ल की गायें स्थानीय जलवायु के अनुसार मजबूत होती हैं और बीमारियों से कम प्रभावित होती हैं. इसलिए इनका पालन करना सुरक्षित और टिकाऊ विकल्प है.

Desi Gay palan: देसी नस्ल की गायें स्थानीय जलवायु के अनुसार मजबूत होती हैं और बीमारियों से कम प्रभावित होती हैं. इसलिए इनका पालन करना सुरक्षित और टिकाऊ विकल्प है.

3 / 6Dairy Farming Business: सिर्फ उच्च दूध देने वाली नस्ल नहीं, बल्कि अपने इलाके की परिस्थितियों और जलवायु के अनुकूल नस्ल का चुनाव करना जरूरी है. इससे गाय स्वस्थ रहती है और दूध उत्पादन बेहतर होता है.

Dairy Farming Business: सिर्फ उच्च दूध देने वाली नस्ल नहीं, बल्कि अपने इलाके की परिस्थितियों और जलवायु के अनुकूल नस्ल का चुनाव करना जरूरी है. इससे गाय स्वस्थ रहती है और दूध उत्पादन बेहतर होता है.

4 / 6Desi Breed Cow: साहीवाल, रेड सिंधी, थारपारकर, गिर और मिक्स ब्रीड जैसी गायें कम खुराक में 20 लीटर तक दूध दे सकती हैं. ये नस्लें दूध उत्पादन और लाभ दोनों में उपयोगी हैं.

Desi Breed Cow: साहीवाल, रेड सिंधी, थारपारकर, गिर और मिक्स ब्रीड जैसी गायें कम खुराक में 20 लीटर तक दूध दे सकती हैं. ये नस्लें दूध उत्पादन और लाभ दोनों में उपयोगी हैं.

5 / 6Dairy Business: इन नस्लों का पालन करके किसान अपने घर की जीविका चला सकते हैं. अधिक दूध उत्पादन से दूध बेचकर उनकी आमदनी बढ़ती है और आर्थिक मजबूती आती है.

Dairy Business: इन नस्लों का पालन करके किसान अपने घर की जीविका चला सकते हैं. अधिक दूध उत्पादन से दूध बेचकर उनकी आमदनी बढ़ती है और आर्थिक मजबूती आती है.

6 / 6Pashu Palan: गाय को बीमारी से बचाने के लिए उसकी जगह साफ रखें. नियमित सफाई और एंटीवायरल छिड़काव से स्वास्थ्य बेहतर रहता है. सही देखभाल से गाय लंबे समय तक स्वस्थ और ऊर्जावान रहती है.

Pashu Palan: गाय को बीमारी से बचाने के लिए उसकी जगह साफ रखें. नियमित सफाई और एंटीवायरल छिड़काव से स्वास्थ्य बेहतर रहता है. सही देखभाल से गाय लंबे समय तक स्वस्थ और ऊर्जावान रहती है.

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