अपराजिता बेल की तरह तेजी से फैलती है और इसकी जड़ों को जगह चाहिए. कम से कम 12 इंच का गमला चुनें ताकि पौधा दबे नहीं और फूलों की संख्या बढ़ सके.
इस पौधे को रोजाना 5–6 घंटे सीधी धूप मिलने पर ही ढेरों फूल आते हैं. अगर यह छांव में रहेगा तो केवल पत्तियां बढ़ेंगी और फूल बहुत कम लगेंगे.
घरेलू खाद जैसे गोबर की खाद या रसोई से निकले सब्जी-फलों के छिलके पौधे की ग्रोथ के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं और फूलों की संख्या भी बढ़ाते हैं.
सरसों के दाने पीसकर उसमें हल्दी मिलाएं और पौधे की मिट्टी में डालें. यह मिश्रण पौधे को ताकत देगा, बीमारियों से बचाएगा और फूल खिलने की क्षमता बढ़ाएगा.
समय-समय पर मिट्टी को ढीला करने से जड़ों तक हवा और पोषण आसानी से पहुंचता है. इससे पौधा और ज्यादा स्वस्थ बनता है और फूलों की संख्या बढ़ती है.
पौधे की सूखी टहनियों को नियमित काटते रहें ताकि नई शाखाएं निकलें और ज्यादा फूल खिलें. साथ ही नीम का पानी छिड़कें, जिससे पौधा कीटों से सुरक्षित रहे.