बरसात के दौरान वायरल इन्फेक्शन और बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है. हल्दी में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. रोज रात एक गिलास हल्दी वाला दूध पीने से आप खुद को कई मौसमी बीमारियों से बचा सकते हैं.
मानसून में गले में खराश, खांसी और नाक बंद होना आम बात है. हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व इन लक्षणों को कम करते हैं. अगर आप हल्दी वाला दूध नियमित पिएं, तो यह आपकी सर्दी-जुकाम की समस्या को जड़ से मिटा सकता है.
बारिश के मौसम में पेट में गैस, अपच और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है. हल्दी वाला दूध पेट के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह आंतों को साफ करता है, पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है.
मॉनसून में वातावरण की नमी शरीर में विषैले तत्वों के जमाव को बढ़ा सकती है. हल्दी वाला दूध शरीर को अंदर से साफ करता है और खून को शुद्ध करता है. इससे त्वचा भी निखरती है और चेहरे पर प्राकृतिक ग्लो आता है.
अगर आप रात में करवटें बदलते रहते हैं और नींद नहीं आती तो हल्दी वाला दूध आजमाएं. इसमें मौजूद गुण मानसिक तनाव को कम करते हैं और अच्छी नींद लाने में मदद करते हैं. यह मस्तिष्क को शांत करता है और थकावट दूर करता है.
हल्दी वाला दूध महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है. यह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है, हार्मोन बैलेंस करता है और मूड बेहतर बनाता है. साथ ही यह स्किन की सेहत सुधारता है और बॉडी को गर्म बनाए रखता है.
हल्दी वाला दूध बनाने के लिए एक गिलास दूध लें. उसमें आधा से एक चम्मच शुद्ध हल्दी पाउडर मिलाएं. कुछ देर उबालें और फिर गुनगुना होने पर पिएं. चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं. (Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामन्य ज्ञान पर आधारित है.)