Shardiya Navratri: नवरात्र का दूसरा दिन आज, इस तरह करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, इच्छित फल की होगी प्राप्ति!

Maa Brahmacharini Puja: शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का विशेष महत्व होता है. यह दिन तप, संयम और आत्मबल का प्रतीक माना जाता है. पौराणिक मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी की आराधना से साधक को धैर्य, ज्ञान और इच्छित फल की प्राप्ति होती है. मानो जीवन की हर कठिनाई को सहने की शक्ति मां अपनी कृपा से प्रदान करती हैं. यही कारण है कि इस दिन की पूजा विधि और परंपराओं का पालन करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 23 Sep, 2025 | 06:00 AM
1 / 6Shardiya Navratri Day 2: नवरात्रि के दूसरे दिन साधक मां ब्रह्मचारिणी की उपासना करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन की पूजा से व्यक्ति को तप, संयम, ज्ञान और वैराग्य की शक्ति प्राप्त होती है. मां की कृपा से जीवन में आने वाली चुनौतियाँ आसान हो जाती हैं.

Shardiya Navratri Day 2: नवरात्रि के दूसरे दिन साधक मां ब्रह्मचारिणी की उपासना करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन की पूजा से व्यक्ति को तप, संयम, ज्ञान और वैराग्य की शक्ति प्राप्त होती है. मां की कृपा से जीवन में आने वाली चुनौतियाँ आसान हो जाती हैं.

2 / 6Maa Brahmacharini Story: पौराणिक कथा के अनुसार, पार्वतीजी ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की. वर्षों की तपस्या के बाद वे ब्रह्मचारिणी कहलाईं. उनकी पूजा साधक को इच्छित वरदान दिलाती है और जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती है.

Maa Brahmacharini Story: पौराणिक कथा के अनुसार, पार्वतीजी ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की. वर्षों की तपस्या के बाद वे ब्रह्मचारिणी कहलाईं. उनकी पूजा साधक को इच्छित वरदान दिलाती है और जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती है.

3 / 6Maa Brahmacharini Puja Vidhi: मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप साधना और कठोर तप का प्रतीक है. उनकी आराधना से साधक के भीतर धैर्य, आत्मविश्वास और आत्मबल बढ़ता है. यह साधना जीवन के कठिन समय में भी सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद करती है.

Maa Brahmacharini Puja Vidhi: मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप साधना और कठोर तप का प्रतीक है. उनकी आराधना से साधक के भीतर धैर्य, आत्मविश्वास और आत्मबल बढ़ता है. यह साधना जीवन के कठिन समय में भी सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद करती है.

4 / 6Navratri Day 2 Pujan: सुबह सूर्योदय के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थल पर बैठकर संकल्प लें. गंगाजल से शुद्धिकरण करें, दीपक जलाएँ और “ॐ ब्रह्मचारिण्यै नमः” मंत्र का जप करें. मां को लाल या पीले वस्त्र, चंदन, पुष्प, कुमकुम और मिश्री अर्पित करने से पूजा पूर्ण मानी जाती है.

Navratri Day 2 Pujan: सुबह सूर्योदय के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थल पर बैठकर संकल्प लें. गंगाजल से शुद्धिकरण करें, दीपक जलाएँ और “ॐ ब्रह्मचारिण्यै नमः” मंत्र का जप करें. मां को लाल या पीले वस्त्र, चंदन, पुष्प, कुमकुम और मिश्री अर्पित करने से पूजा पूर्ण मानी जाती है.

5 / 6Maa Brahmacharini Katha: मां ब्रह्मचारिणी की आराधना के लिए पूजा सामग्री में कलश, नारियल, आम्रपत्र, रोली, अक्षत, पंचामृत, पुष्पमाला, बेलपत्र, दीपक और धूपबत्ती शामिल होनी चाहिए. इन सबका प्रयोग न केवल विधि-विधान पूरा करता है बल्कि साधक को मानसिक शांति और दिव्य ऊर्जा का अनुभव भी कराता है.

Maa Brahmacharini Katha: मां ब्रह्मचारिणी की आराधना के लिए पूजा सामग्री में कलश, नारियल, आम्रपत्र, रोली, अक्षत, पंचामृत, पुष्पमाला, बेलपत्र, दीपक और धूपबत्ती शामिल होनी चाहिए. इन सबका प्रयोग न केवल विधि-विधान पूरा करता है बल्कि साधक को मानसिक शांति और दिव्य ऊर्जा का अनुभव भी कराता है.

6 / 6How To Please Goddess Durga: इस दिन मां ब्रह्मचारिणी के सामने गंगाजल में मिश्री डालकर अर्पण करने से मनुष्य के मन में धैर्य और बुद्धि का विकास होता है. पूजा के बाद किसी कन्या को दूध, खीर या मिश्री का प्रसाद देना अति शुभ माना जाता है और इससे मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

How To Please Goddess Durga: इस दिन मां ब्रह्मचारिणी के सामने गंगाजल में मिश्री डालकर अर्पण करने से मनुष्य के मन में धैर्य और बुद्धि का विकास होता है. पूजा के बाद किसी कन्या को दूध, खीर या मिश्री का प्रसाद देना अति शुभ माना जाता है और इससे मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

Published: 23 Sep, 2025 | 06:00 AM

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