फसलों का अच्छा उत्पादन इस बात पर भी निर्भर करता है कि फसल के बीजों की बुवाई कैसी हुई थी. किसी भी फसल को लगाने से पहले यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि बीजों को एक समान गहराई और दूरी पर ही बोया गया हो. पहले के समय में बीजों की बुवाई किसान अपने हाथों से करते थे जिसमें गुंजाइश थी कि बीजों की गहराई और दूरी में अंतर हो सकता है. साथ ही बहुत मेहनत का भी काम था.
समय बीतने के साथ-साथ आज बाजार में ऐसा बहुत सी आधुनिक मशीनें हैं जिनकी मदद से किसान कम समय में बीजों को बिना किसी मेहनत के बो सकते हैं वो भी एक समान गहराी और दूरी पर. बीज बोने वाली इन तमाम आधुनिक मशीनों में से एक है डिबलर. खबर में आगे बात करेंगे कि कैसे काम करती है ये मशीन और क्या हैं इसके फायदे.
क्या है डिबलर (Dibbler)
डिबलर एक आसानी से इस्तेमाल किया जाने वाला कृषि उपकरण है जिसकी मदद से बीज बोए जाते हैं. इसका इस्तेमाल खेत में बीज बोने के लिए छेद (गड्ढा) बनाने में किया जाता है. ये मशीन उन फसलों के बीजों के लिए बेस्ट है जिनमें बीजों को एक-एक करके निश्चित दूरी पर बोया जाता है. जैसे कि- सब्जियां, कद्दू, तरबूज, मक्का, मूंगफली आदि. डिबलर बीज बोने के पारंपरिक तरीके के मुकाबले तेज काम करती है.
ऐसे काम करती है ये मशीन
सबसे पहले किसी भी फसल को लगाने से पहले खेती की अच्छे से 2 से 3 बार गहरी जुताई कर लें. एक बार खेत की मिट्टी भुरभुरी हो जाए फिर खेत को समतल कर लें. इसके बाद डिबलर की मदद से मिट्टी में निश्चित दूरी पर निश्चित गहराई पर छेद कर लें. अब इन छेदों में एक या दो बीज डालें. मिट्टी में अच्छे से बीज डालने के बाद मिट्टी में बनाए गए छोटे-छोटे गड्ढों को मिट्टी डालकर ढक दें.
क्या हैं डिबलर के फायदे
बात करें डिबलर के इस्तेमाल से होने वाले फायदों की तो इसके इस्तेमाल से बीजों की बुवाई सही और सटीक गहराई में होती है. किसानों को कम मेहनत करनी पड़ती है और बीज भी खराब होने से बचते हैं. इस मशीन के इस्तेमाल से पौधों की ग्रोथ भी एक जैसी होती है. इसके अलावा पौधों को खाद और सिंचाई देना आसान होता है क्योंकि पौधे एक लाइन में होते हैं. बता दें, ऐसे किसान जो छोटे पैमाने पर छोटी जमीन पर खेती करते हैं उनके लिए डिबलर मशीन बेस्ट है.