ई-नाम पोर्टल से ऑनलाइन फसल बेच रहे किसान, आप भी जान ले प्रक्रिया

ई-नाम एक ऑनलाइन पोर्टल है जो किसानों को अपनी फसल को सीधे ऑनलाइन बेचने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे उन्हें अपनी उपज का बेहतर और उचित दाम मिलता है.

नोएडा | Updated On: 13 May, 2025 | 10:57 PM

देश में खेती-किसानी को बेहतर बनाने और किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए सरकार लगातार नई योजनाएं ला रही है. इन्हीं में से एक है ई-नाम यानी इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार. इस प्लेटफॉर्म के जरिए अब किसान अपनी फसल को सीधे ऑनलाइन बेच सकते हैं, वो भी देश की किसी भी मंडी में, बिना किसी बिचौलिए के. इससे किसानों अपने फसलों को उचित दामों में बेंच कर अधिक लाभ कम सकते है.

क्या है ई-नाम

ई-नाम यानी इलेक्ट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट एक ऐसा ऑनलाइन पोर्टल है, जिसे केंद्र सरकार ने किसानों के लिए 14 अप्रैल 2016 में लॉन्च किया था. जिसका उद्देशय देश की जितनी भी एपीएमसी मंडियां (Agricultural Produce Market Committee) हैं, उन्हें एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर किसानों को उनकी उपज का बेहतर और उचित दाम दिलाना.

ई-नाम को लघु कृषक कृषि व्यवसाय कंसोर्टियम (SFAC) के जरिए लागू किया गया है. यह एक अखिल भारतीय नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जो किसानों की उपज को खरीद-बिक्री में पारदर्शिता और आसान बनाता है.

कैसे काम करता है ई-नाम

ई-नाम के तहत देश भर की कृषि उपज मंडियां एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जुड़ी हुई हैं. जिसे किसान अपने घर से या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या मंडी कार्यालय से इस प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कर फसल बेचने के लिए बोली (बिडिंग) लगा सकते हैं. जो बोली किसान को उचित लगती हैं वह उसे स्वीकार कर पेमेंट डिजिटल तरीके से, यानी ई-पेमेंट के माध्यम से सीधा किसान के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है. जिसे बिचौलियों की भूमिका कम होती है और किसानों को फसल का सही दाम मिलता है.

किसान रजिस्ट्रेशन कैसे करें

अगर आप किसान हैं और पहली बार ई-नाम पर जुड़ना चाहते हैं, तो इन स्टेप्स के माध्यम से आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. जिसके लिए आप आधारिक वेबसाइट https://ई-नाम .gov.in](https://ई-नाम .gov.in पर जाएं. फिर वहां मौजूद Farmer Registration ऑप्शन पर क्लिक करें. जिसके बाद आपको एक फॉर्म भरना होगा जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, बैंक खाता और आधार नंबर देना होगा. इसके बाद किसान अपने फसल की सही का विवरण और दस्तावेज अपलोड कर सबमिट करने के बाद आपको लॉगिन ID और पासवर्ड मिल जाएगा. आप चाहें तो नजदीकी मंडी या CSC सेंटर पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

ई-नाम किसानों के लिए कैसे फायदेमंद

ई-नाम किसानों को लिए इसलिए फायदेमंद है क्योंकि यह बिना बिचौलिए के सीधे व्यापारी से सौदा करने में मदद करता हैं. फसलों की क्वालिटी में पारदर्शीता के साथ डिजिटल पेमेंट को आसान बनाता हैं. एक ही प्लेटफॉर्म पर देशभर की मंडियों से जोड़ता हैं. जिसे किसानों के समय की बचत के साथ फसलों की उचित दाम दिलाने में मददगार साबित होता है

Published: 14 May, 2025 | 09:00 AM