खेती में फसल का जितना महत्व है, उससे कहीं ज्यादा अहम होती है जमीन की तैयारी. मिट्टी को सही तरीके से पलटना, अवशेषों को मिलाना और खरपतवार को जड़ से साफ करना, ये सब तभी मुमकिन होता है जब किसान के पास सही यंत्र हों. इसी जरूरत को ध्यान में रखकर फील्डकिंग ने खास रोटावेटर ब्लेड्स तैयार किए हैं, जो न सिर्फ हर तरह की मिट्टी में बेहतर काम करते हैं, बल्कि लागत भी कम कर देते हैं. तीन अलग-अलग डिजाइन और तीन अलग-अलग फायदे देने वाले ये ब्लेड आज किसानों की खेती को आसान, सस्ती और ज्यादा उत्पादक बना रहे हैं.
मिट्टी के मिजाज के हिसाब से बदले रोटावेटर ब्लेड
फील्डकिंग किसानों की जरूरत के हिसाब से तीन तरह के रोटावेटर ब्लेड देता है.
- L-Type ब्लेड- ये नरम और मध्यम कड़ी मिट्टी के लिए होते हैं. खास बात ये कि कम डीजल में मिट्टी और फसल अवशेषों का बेहतरीन मिश्रण कर देते हैं.
- C-Type ब्लेड- गहरी जुताई के लिए बढ़िया हैं. ये मिट्टी को अंदर तक तोड़ते हैं और उसमें हवा-पानी के प्रवाह को सुधारते हैं.
- J-Type ब्लेड- ये ऑलराउंडर हैं. यानी, गीली, सूखी, रेतीली या कड़ी, हर तरह की मिट्टी में काम करते हैं. इतना ही नहीं, खरपतवार नियंत्रण और ऑक्सीजन बढ़ाने में भी माहिर हैं.
मजबूती ऐसी कि सालों-साल साथ निभाएं
इन ब्लेडों की खास बात यह है कि ये 50 से ज्यादा हार्डनेस वाले बोरॉन स्टील से बने होते हैं. यही वजह है कि ये कठोर से कठोर परिस्थितियों में भी आसानी से काम करते हैं और जल्दी घिसते नहीं. ऊपर से इन पर हीट ट्रीटमेंट और एंटी-करप्शन कोटिंग होती है, जिससे ये ज्यादा दिन चलते हैं और रखरखाव की टेंशन भी कम होती है.
कठिन हालात में भी बेहतरीन काम
फील्डकिंग के रोटावेटर एक ही बार में मिट्टी की पूरी तैयारी कर देते हैं. इससे ट्रैक्टर का घंटों चलना, डीजल जलना और मजदूरी पर खर्च सब घट जाता है. यानी किसान को कम में ज्यादा काम और फायदा मिलता है.
टेक्नोलॉजी ऐसी जो खर्च के साथ पर्यावरण भी बचाए
इन ब्लेड्स की खास डिजाइन ऐसी है कि ट्रैक्टर पर ज्यादा जोर नहीं पड़ता. जब दबाव कम होता है तो डीजल की खपत भी घटती है. यानी खेत में काम तो पूरा होता है, लेकिन खर्च कम आता है. साथ ही, कम ईंधन जलने से प्रदूषण भी घटता है. सीधी बात ये है कि ये टेक्नोलॉजी किसानों की जेब पर भी हल्की है और पर्यावरण के लिए भी सुकूनभरी है.