सोनालिका का पहला CNG/CBG ट्रैक्टर लॉन्च, जानिए कैसे खेती में आएगी नई क्रांति

डीजल ट्रैक्टरों की तुलना में यह मॉडल कम धुआं छोड़ता है और कार्बन उत्सर्जन को काफी कम करता है. इससे गांवों में प्रदूषण नियंत्रित करने और स्वच्छ हवा बनाने में मदद मिलेगी. वहीं, गोबरधन जैसी योजनाओं से बने बायो-गैस का उपयोग होने से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी संभव है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 25 Nov, 2025 | 01:45 PM

Sonalika CNG Tractor: भारतीय कृषि में लागत घटाने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में अब टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है. इसी बदलाव को मजबूती देते हुए सोनालिका ट्रैक्टर्स ने एग्रोविजन 2025 में अपना पहला CNG/CBG ट्रैक्टर लॉन्च कर दिया है. नागपुर में आयोजित इस कृषि मेले में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में इस मॉडल का अनावरण किया गया. किसानों में इस ट्रैक्टर को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला, क्योंकि यह पारंपरिक डीजल ट्रैक्टरों की तुलना में अधिक किफायती और पर्यावरण अनुकूल है.

स्वच्छ ऊर्जा आधारित ट्रैक्टर का उद्देश्य

भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे SATAT और गोबरधन जैसे कार्यक्रमों का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में बायोगैस उत्पादन और उसके उपयोग को बढ़ावा देना है. सोनालिका का यह नया ट्रैक्टर उन्हीं योजनाओं का विस्तार माना जा रहा है. इससे न केवल प्रदूषण में कमी आएगी बल्कि ईंधन खर्च भी काफी कम होगा. किसानों के लिए ट्रांसपोर्ट सहित खेती के भारी-भरकम कार्यों में यह बड़ा सहायक साबित होगा.

दमदार तकनीक और बेहतर प्रदर्शन

इस CNG/CBG ट्रैक्टर की सबसे खास बात इसका मजबूत इंजन है.

  • ट्रैक्टर में 2000 RPM की क्षमता वाला इंजन दिया गया है
  • 12+3 कॉन्स्टेंट मेष ट्रांसमिशन और साइड-शिफ्ट गियर से संचालन आसान
  • 14.9×28 के बड़े पिछले टायर, जिससे खेत में पकड़ और बैलेंस बेहतर
  • 40 किलो ईंधन क्षमता (14 + 27 किग्रा) — जिससे बार-बार रिफ्यूलिंग की जरूरत नहीं

इन खूबियों के साथ यह ट्रैक्टर खेती से लेकर ग्रामीण ढुलाई कार्यों में एक बेहतरीन विकल्प माना जा रहा है.

ट्रॉली के साथ उपयोग

कंपनी ने इस ट्रैक्टर के साथ एक विशेष ट्रैक्टर-ट्रॉली सेटअप भी दिखाया. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां अब CNG स्टेशन तेजी से खुल रहे हैं, वहां यह संयोजन किसानों की लागत काफी कम कर सकता है. खेत से मंडी तक फसल पहुंचाना हो या पशुओं के लिए चारा ढोना, यह ट्रैक्टर हर काम में सक्षम है.

पर्यावरण संरक्षण में बड़ी भूमिका

डीजल ट्रैक्टरों की तुलना में यह मॉडल कम धुआं छोड़ता है और कार्बन उत्सर्जन को काफी कम करता है. इससे गांवों में प्रदूषण नियंत्रित करने और स्वच्छ हवा बनाने में मदद मिलेगी. वहीं, गोबरधन जैसी योजनाओं से बने बायो-गैस का उपयोग होने से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी संभव है.

कंपनी का विजन

सोनालिका ट्रैक्टर्स के संयुक्त प्रबंध निदेशक रमन मित्तल के अनुसार, भारतीय कृषि का भविष्य स्वच्छ, स्मार्ट और किफायती तकनीक पर आधारित है. उनका कहना है कि यह CNG/CBG ट्रैक्टर किसानों के खर्च में कमी करेगा और आधुनिक खेती को नई दिशा देगा.

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