हिमाचल में मनरेगा के जरिए बढ़ेगी सेब की खेती, 100 किसान परिवारों ने बेस्ट वैराइटी के 12 हजार पौधे लगाए

चंबा में सेब की खेती के बारे में बात करते हुए उपायुक्त चंबा, मुकेश रेपसवाल ने बताया कि मनरेगा के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी निजी भूमि पर एक लाख रुपये तक का काम कर सकता है. इसी दिशा में, कीड़ी पंचायत के कुछ किसानों ने मनरेगा से जुड़कर सेब के पौधे लगाने का काम शुरू किया है.

नोएडा | Published: 21 Jun, 2025 | 12:43 PM

राज्य सरकारें अपने प्रदेश के किसानों की तरक्की के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आती रहती हैं. तरह-तरह की योजनाओं के तहत किसानों को खेती और बागवानी के लिए न केवल बढ़ावा दिया जाता है बल्कि मदद भी की जाती है. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार भी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MNREGA) के तहत ग्रामीणों को बागवानी के लिए प्रेरित कर रही है. जिसके चलते हिमाचल के चंबा जिले में किसान बड़े पैमाने पर सेब की खेती कर रहे हैं और रोजगार के नए अवसर भी बना रहे हैं.

कीड़ी के 100 परिवार कर रहे सेब की खेती

मनरेगा के तहत हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की कीड़ी पंचायत प्रदेश के किसानों के लिए मिसाल के तौर पर सामने आई है. यहां करीब 100 किसान परिवार सेब की उन्नत किस्मों की खेती कर रहे हैं. बता दें कि ऐसा कीड़ी में ग्रामीम विकास की पहल के कारण हो सका है. इतना ही नहीं कीड़ी में सेब बागवानी के जरिए लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिल रहा है. बता दें कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान इन 100 किसान परिवारों को मनरेगा के तहत 12 हजार उन्नत किस्मों के पौधे बांटे गए हैं.

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Apple (Seb) Farming

 

किसानों को दिए गए उन्नत क्वालिटी के पौधे

समाचार एजेंसी प्रसार भारती के अनुसार सेब की खेती करने वाले किसानों को एम9 और एम11 जैसे प्रमुख रूट स्टॉक पर आधारित नई किस्मों के पौधे उपलब्ध कराए गए हैं. इन पौधों में रेड विलाक्स, डार्क बैरन गाला, सनीकों गाला, जेरोमाईन, किंग रोट जैसी प्रमुख और उन्नत किस्में शामिल हैं. इन पौधों को उपलब्ध कराने के साथ-साथ किसानों को सेब की खेती से पहले खेत तैयार करने में भी मदद की गई. कीड़ी में सेब की सफल खेती के बाद आस-पास के इलाकों में भी किसानों का रुझान सेब की खेती की तरफ बढ़ा है.

मनरेगा के तहत 1 लाख तक की खेती

चंबा में सेब की खेती के बारे में बात करते हुए उपायुक्त चंबा, मुकेश रेपसवाल ने बताया कि मनरेगा के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी निजी भूमि पर एक लाख रुपये तक का काम कर सकता है. इसी दिशा में, कीड़ी पंचायत के कुछ किसानों ने मनरेगा से जुड़कर सेब के पौधे लगाने का काम शुरू किया है, जिसके लिए उन्हें 12 हजार उन्नत किस्म के सेब के पौधे दिए गए हैं. उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने उम्मीद जताई कि कीड़ी पंचायत में इसकी सफलता के बाद, अन्य पंचायतों के बागवान भी इस योजना से जुड़ेंगे