हिमाचल प्रदेश में सेब की नई फसल की कटाई शुरू हो गई है. किसानों को मंडियों में बंपर कीमत मिल रही है. इसी बीज शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सेब किसानों को एक बहुत बड़ा गिफ्ट दिया है. उन्होंने राजधानी शिमला के नवाड़ स्थित टूटूपानी में एक आधुनिक सेब ग्रेडिंग और पैकिंग हाउस का उद्घाटन किया है. कहा जा रहा है कि इस ग्रेडिंग और पैकिंग हाउस के शुरू होने से जिले के किसानों को काफी फायदा होगा. ग्रेडिंग और पैकिंग के चलते किसानों को उनके उत्पाद की अच्छी कीमत मिल पाएगी. इससे उनका जीवन स्तर पहले से बेहर होगा.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सेब ग्रेडिंग और पैकिंग हाउस को बनाने में 6.69 करोड़ रुपये की लागत आई है. इसमें पूरे सीजन के दौरान 5,600 टन सेब की ग्रेडिंग और पैकिंग करने की क्षमता है. वहीं, इस मौके पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि नवाड़ एक प्रमुख सेब उत्पादक क्षेत्र है. इसलिए यहां बुनियादी ढांचे और तकनीक को अपग्रेड करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऐसी सुविधाओं से सेब किसानों को उनकी फसल के बेहतर दाम मिलेंगे और उनकी आमदनी बढ़ेगी.
गांव वालों को मिला नया स्कूल भवन
इस मौके पर मंत्री रोहित ठाकुर ने नालाबन में 14.20 लाख रुपये की लागत से बने नए स्कूल भवन का भी उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि सरकार सभी बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है और नवाड़ क्षेत्र में स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए 15 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. इसके अलावा मंत्री ने ‘वन महोत्सव’ कार्यक्रम के तहत पौधारोपण अभियान में भी हिस्सा लिया और देवदार का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.
मार्केट में किसानों को मिल रहा बंपर रेट
बता दें कि हमाचल प्रदेश में सेब किसानों को इस बार मार्केट में बेहतर कीमतें मिल रही हैं. शिमला की ढली सब्जी मंडी में सेब की 20 किलो की पेट का रेट क्वालिटी और पकने के हिसाब से 2,000 से 5,000 रुपये के बीच चल रहा है. किसानों का कहना कि अभी शुरुआती किस्में आनी शुरू हुई हैं. हमें 20 किलो की एक पेटी के 2,000 रुपये मिल रहे हैं. अगर लोग कच्चा फल ना लाएं तो अच्छे और पके सेब की अच्छी कीमतें मिल रही हैं. खास बात यह है कि यूनिवर्सल कार्टन आने से रेट्स में सुधार आया है.