महाराष्ट्र के नासिक में पिछले एक हफ्ते के दौरान सब्जियों के दामों में तेज बढ़ोतरी देखने को मिली है, जिससे आम लोगों की जेब पर बोझ बढ़ गया है. भारी बारिश की वजह से मंडियों में सब्जियों की आवक कम हो गई है, जिसके चलते दाम 20 से 30 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं. अब आधे से ज्यादा रोज इस्तेमाल होने वाली सब्जियां 100 रुपये किलो से ऊपर बिक रही हैं.
पिछले दो महीनों से सब्जियों के दाम स्थिर और आम लोगों की पहुंच में थे, लेकिन अब अचानक बढ़े दामों ने घरेलू बजट बिगाड़ दिया है. भिंडी, गिलकी, तोरई और बैंगन जैसी आम सब्जियां जो पहले 60 से 70 रुपये किलो मिल रही थीं, अब 100 से 110 रुपये किलो बिक रही हैं. यहां तक कि धनिया की एक गठ्ठी जो पहले 50 रुपये में मिलती थी, अब 70 रुपये में मिल रही है. फिलहाल सब्जियों की बढ़ती कीमतें मई में हुई बेमौसम बारिश का देर से दिख रहा असर हैं.
लहसुन के रेट में भारी बढ़ोतरी
नासिक कृषि उत्पन्न बाजार समिति (APMC) ने भी सब्जियों की आवक में गिरावट की पुष्टि की है, जो कीमतों में उछाल की एक बड़ी वजह है. इसके साथ ही, लहसुन के दाम भी खुदरा बाजार में काफी बढ़ गए हैं, जिससे आम लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. किसानों और व्यापारियों को डर है कि अगर बारिश ऐसे ही सप्लाई चेन को प्रभावित करती रही, तो आने वाले हफ्तों में दाम और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं.
सब्जियों के दाम कुछ ही दिनों में दोगुने हो गए
बता दें कि केवल महाराष्ट्र में ही सब्जियां महंगी नहीं हुई हैं, बल्कि पंजाब में भी सब्जियों की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी हुई है. बीते दिनों खबर सामने आई थी कि महंगाई ने लुधियाना में आम लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया है. टमाटर से लेकर मटर तक, जरूरी सब्जियों के दाम कुछ ही दिनों में दोगुने हो गए हैं.
50 रुपये किलो हुआ टमाटर
शहर की मुख्य सब्जी मंडी के थोक विक्रेताओं के मुताबिक, लुधियाना में टमाटर के दाम 10 से 15 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 45 से 50 रुपये हो गए हैं. मटर 50 से 55 रुपये से सीधे 90 से 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. इसी तरह, फूलगोभी और शिमला मिर्च जो पहले 15 से 20 रुपये में मिल रही थीं, अब 45 से 55 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं.