UP में अन्नदाताओं की बढ़ेगी कमाई, किसानों को दी जा रही AI और ड्रोन आधारित खेती की ट्रेनिंग
उत्तर प्रदेश में किसान पाठशाला कार्यक्रम के तहत किसानों को AI और ड्रोन आधारित खेती में प्रशिक्षित किया जा रहा है. महिला कृषि सखी और प्रगतिशील किसान अनुभव साझा कर रहे हैं. मल्टीस्पेक्ट्रल ड्रोन और डेटा विश्लेषण से उत्पादन और सिंचाई में मदद मिलती है. सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को बीज और कीटनाशक पुरस्कार मिलेंगे.
Uttar Pradesh Agriculture News: उत्तर प्रदेश में किसानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ड्रोन-आधारित खेती जैसी नई तकनीकों में प्रशिक्षित किया जा रहा है. यह प्रशिक्षण किसान पाठशाला कार्यक्रम के तहत दिया जा रहा है, जिसका मकसद पारंपरिक कृषि को आधुनिक तकनीक से जोड़ना है. इस बार पहली बार महिला कृषि स्वयंसेवक (कृषि सखी) को भी किसानों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है. कार्यक्रम का उद्देश्य तकनीकी ज्ञान बढ़ाना, आधुनिक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना और किसानों में सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना है.
किसान पाठशालाएं 575 गांवों में आयोजित की जा रही हैं
प्रयागराज जिले में यह किसान पाठशालाएं 575 गांवों में आयोजित की जा रही हैं, जिससे बड़ी संख्या में किसानों को फायदा मिल रहा है और तकनीक-आधारित कृषि समाधानों तक उनकी पहुंच बढ़ रही है. प्रयागराज के कृषि उप निदेशक पवन कुमार विश्वकर्मा के अनुसार, यह कार्यक्रम 14 दिसंबर से शुरू हुआ. अधिकारियों ने कहा कि मल्टीस्पेक्ट्रल सेंसर वाले ड्रोन फसल निगरानी, मिट्टी का मूल्यांकन और पानी या पोषक तत्वों की कमी पहचानने में मदद करते हैं. AI आधारित प्रिसिजन स्प्रेइंग से खाद और कीटनाशक केवल जरूरत वाले हिस्सों में ही इस्तेमाल होते हैं. कीट और रोगों का जल्दी पता चलने से समय पर उपचार संभव होता है. डेटा विश्लेषण से उत्पादन की भविष्यवाणी, सिंचाई योजना और पोषण प्रबंधन में मदद मिलती है.
किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है
राज्य के बजट में कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया गया है. इसके लिए आधुनिक तकनीक और उपकरणों तक किसानों की पहुंच जरूरी है. कृषि विभाग इस पहल के तहत ‘The Million Farmers School 8.0′ कार्यक्रम चला रहा है. अधिकारियों के अनुसार, यह पहल बजट की घोषणाओं को जमीन पर प्रशिक्षण में बदलती है. किसानों को ड्रोन और AI जैसी आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल पर मार्गदर्शन दिया जाता है. कार्यक्रम में ‘नमो ड्रोन दीदी’, विशेषज्ञ और AI आधारित कृषि एप्लिकेशन के संसाधन व्यक्तियों के साथ इंटरैक्शन भी शामिल है.
कुशल महिला किसान भी प्रशिक्षण सत्र में हो रहे हैं शामिल
इस साल, कुशल महिला किसान विशेष अतिथि के रूप में प्रशिक्षण सत्र में शामिल हो रही हैं, साथ ही दो प्रगतिशील पुरुष किसान भी अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार, किसानों की सीख का मूल्यांकन प्रतियोगिता के जरिए किया जाएगा और सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले किसानों को बीज और कीटनाशक पैकेट दिए जाएंगे.