कपास के स्टॉक में 47 फीसदी का इजाफा, 57.59 लाख गांठ होने का अनुमान

2024-25 सीजन में कपास का स्टॉक 47 फीसदी बढ़कर 57.59 लाख गांठ होने का अनुमान है. इसका मुख्य कारण कपास आयात में भारी बढ़ोतरी है. कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CAI) के अनुसार, कुल आपूर्ति 389.59 लाख गांठ तक पहुंच सकती है, जिसमें उत्पादन, आयात और शुरुआती स्टॉक शामिल हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 15 Aug, 2025 | 08:26 AM

कपास के स्टॉक में बंपर बढ़ोतरी का अनुमान है. सितंबर 2025 में खत्म हो रहे सीजन तक देश में कपास का स्टॉक 47 फीसदी बढ़कर 57.59 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलो) होने का अनुमान है, जो पिछले साल इसी अवधि में 39.19 लाख गांठ था. इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण कपास के आयात में जबरदस्त उछाल है. इस साल कपास का आयात 39 लाख गांठ तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह सिर्फ 15.20 लाख गांठ था.

बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CAI) ने कपास उत्पादन में बढ़ोतरी की जानकारी दी है. CAI के चेयरमैन अतुल गणात्रा ने कहा है कि संगठन ने देश के 11 कपास उत्पादक राज्यों के सदस्यों और व्यापारिक स्रोतों से मिले इनपुट के आधार पर, 2024-25 सीजन में कपास की प्रेसिंग (उत्पादन) का अनुमान 311.40 लाख गांठ पर बरकरार रखा है, जो पहले भी इतना ही अनुमानित था.

कुल आपूर्ति का अनुमान 389.59 लाख गांठ है

CAI ने सितंबर 2025 के अंत तक कपास की कुल आपूर्ति का अनुमान 389.59 लाख गांठ लगाया है, जो पहले के 380.59 लाख गांठ के अनुमान से ज्यादा है. कुल आपूर्ति में तीन चीजें 1 अक्टूबर 2024 को नए सीजन की शुरुआत में बचा हुआ स्टॉक 39.19 लाख गांठ, इस सीजन में प्रेस की गई कपास 311.40 लाख गांठ और आयात यानी बाहर से मंगवाई गई कपास 39 लाख गांठ शामिल हैं. इस तरह कुल आपूर्ति बढ़कर 389.59 लाख गांठ हो गई है.

अनुमान बढ़ाकर 314 लाख गांठ कर दिया

2024-25 सीजन के लिए CAI ने देश में कपास की खपत का अनुमान बढ़ाकर 314 लाख गांठ कर दिया है, जो पहले 308 लाख गांठ बताया गया था. वहीं इस सीजन में कपास का निर्यात 18 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 28.36 लाख गांठ से 36 फीसदी कम है. जुलाई के अंत तक भारत के बंदरगाहों पर करीब 33 लाख गांठ कपास के आने का अनुमान है. जुलाई के अंत तक कुल आपूर्ति 374.43 लाख गांठ आंकी गई है, जिसमें 302.24 लाख गांठ की घरेलू प्रेसिंग,33 लाख गांठ का आयात और 39.19 लाख गांठ का शुरुआती स्टॉक शामिल हैं. इस अवधि में खपत 261.66 लाख गांठ और निर्यात 16 लाख गांठ का अनुमान है.

32.50 लाख गांठ टेक्सटाइल मिलों के पास

जुलाई के अंत तक देश में कुल 96.77 लाख गांठ कपास का स्टॉक बचा हुआ था. इसमें से 32.50 लाख गांठ टेक्सटाइल मिलों के पास है, जबकि बाकी 64.27 लाख गांठ CCI, महाराष्ट्र फेडरेशन, मल्टीनेशनल कंपनियों, जिनर्स, ट्रेडर्स और एक्सपोर्टर्स के पास है. इसमें वह कपास भी शामिल है जो बेची जा चुकी है लेकिन अभी तक डिलीवर नहीं हुई. वहीं, इस खरीफ सीजन के दौरान हरियाणा में बारिश से कपास की फसल को बहुत अधिक नुकसान भी पहुंचा है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 15 Aug, 2025 | 08:18 AM

फलों की रानी किसे कहा जाता है?

फलों की रानी किसे कहा जाता है?