ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि किसानों के साथ महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार की तरफ से सहायता दी जा रही है. महिलाओं के लिए शुरू की गई सुभद्रा योजना के तहत 21 से 59 साल की उम्र की महिलाओं को साल में 10000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है. ये रुपये हर छह महीने में 5,000 रुपये की दो किस्तों में मिलते हैं. खास बात यह है कि इस योजना के तहत प्रदेश में एक करोड़ से ज्यादा महिलाओं को लाभ मिला है.
दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में ओडिशा सरकार की प्रमुख योजनाओं की जानकारी साझा की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद शुरू की गई दो योजनाओं सुभद्रा योजना और समृद्ध कृषक योजना के बारे में चर्चा की. इनके जरिए राज्य की महिलाओं और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है.
धान खरीद पर मिलता है 800 रुपये का बोनस
सीएम माझी ने कहा कि किसानों के लिए शुरू की गई समृद्ध कृषक योजना से भी बड़ा फायदा हुआ है. इस योजना के तहत किसानों को धान की खरीद में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2,100 रुपये प्रति क्विंटल के अलावा 800 रुपये की अतिरिक्त मदद दी जा रही है. इससे राज्य के करीब 17 लाख किसानों को लाभ मिला है.
क्या है सुभद्रा योजना
सुभद्रा योजना ओडिशा सरकार की एक प्रमुख योजना है. इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर 2023 को की गई. इस योजना की शुरू करने का मुख्य उदेश्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को मजबूत बनाना है. जिन महिलाओं की सलाना इनकम 2.50 लाख रुपये से कम है, वे इस योजना का लाभ उठा सकती हैं. लाभार्थी महिलाओं की उम्र 21 साल से 59 साल के बीच होनी चाहिए.
5 साल में मिलते हैं 50 हजार रुपये
सुभद्रा योजना के तहत लाभार्थियों को हर साल 10000 रुपये मिलते हैं. ये रुपये 5000-5000 रुपये की दो किस्तों में मिलते हैं. इस तरह लाभार्थी महिलाओं का पांच साल में कुल 50 हजार रुपये मिलते हैं. लाभार्थियों के लिए सुभद्रा कार्ड पांच साल के लिए जारी किया जाता है.