क्या है पीएम मित्रा पार्क और कैसे कपास-रेशम किसानों का बदलेगा जीवन, पढ़ें डिटेल्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को मध्यप्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा पार्क का भूमिपूजन करेंगे. यह पार्क कपास और रेशम किसानों के जीवन को बदलने वाला है. इससे लाखों किसानों को लाभ मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई दिशा मिलेगी.

Kisan India
नोएडा | Published: 15 Sep, 2025 | 04:27 PM

देश के कपास और रेशम किसानों के लिए एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है पीएम मित्रा पार्क (PM MITRA Park). मध्यप्रदेश के धार जिले के भैंसोला गांव में बनने जा रहा यह पार्क देश का सबसे बड़ा टेक्सटाइल इंडस्ट्रियल हब बनने जा रहा है. इस परियोजना का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) खुद 17 सितंबर को अपने मध्यप्रदेश दौरे के दौरान करेंगे. इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कई बड़ी योजनाओं की सौगात देने वाले हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या है ये पीएम मित्रा पार्क, इससे किसानों को क्या फायदा होगा और क्यों यह पार्क राज्य की आर्थिक तस्वीर बदलने वाला साबित हो सकता है.

क्या है पीएम मित्रा पार्क?

पीएम मित्रा पार्क (PM Mitra Park) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इसका उद्देश्य है कपड़ा उद्योग को एक ही जगह पर सभी सुविधाएं देकर तेजी से आगे बढ़ाना. इसमें कच्चे माल से लेकर रेडीमेड गारमेंट्स तक की पूरी चेन एक ही जगह मौजूद होगी. मध्यप्रदेश का भैंसोला गांव अब इस योजना के तहत देश के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्रा पार्क का गवाह बनने जा रहा है.

कपास और रेशम किसानों को होगा सीधा फायदा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि इस पार्क के बनने से प्रदेश के 6 लाख से ज्यादा कपास उत्पादक किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. क्योंकि अब उन्हें अपना माल दूर-दराज नहीं बेचना पड़ेगा यहां पर कपास से धागा, धागे से कपड़ा और फिर रेडीमेड वस्त्र तैयार होंगे. इससे किसानों की फसल को तुरंत खरीदार मिलेंगे और उन्हें अच्छा दाम मिलेगा. रेशम के किसान भी इससे जुड़ सकेंगे और अपने रेशम को स्थानीय फैक्ट्रियों को बेच पाएंगे. इससे उनकी आय में इजाफा होगा और खर्च कम होगा.

रोजगार के बड़े अवसर- 3 लाख लोगों को मिलेगा काम

पीएम मित्रा पार्क केवल किसानों को ही फायदा नहीं देगा, बल्कि 1 लाख लोगों को सीधे और 2 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इसका मतलब है कि सिलाई, बुनाई, डाईंग, पैकिंग से लेकर ट्रांसपोर्ट तक के कामों में हजारों नौकरियां निकलेंगी. ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को शहरों की तरफ पलायन नहीं करना पड़ेगा क्योंकि अब रोजगार उनके गांव के पास ही उपलब्ध होगा.

बड़ी कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी

अब तक 114 कंपनियों ने पीएम मित्रा पार्क में निवेश करने के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 91 कंपनियों को जमीन अलॉट कर दी गई है. कुल 1294.19 एकड़ जमीन आवंटित की गई है. इन कंपनियों में टेक्सटाइल सेक्टर की नामी-गिरामी कंपनियां शामिल हैं, जो यहां फैक्ट्री लगाएंगी. इससे निवेश का बड़ा प्रवाह आएगा और प्रदेश की औद्योगिक छवि भी मजबूत होगी.

मालवा क्षेत्र को मिलेगा खास फायदा

मुख्यमंत्री ने बताया कि मालवा क्षेत्र के किसान जो अब तक अपनी कपास को बेचने के लिए भटकते थे, अब स्थानीय स्तर पर ही फसल की खपत हो सकेगी. इससे ट्रांसपोर्ट खर्च बचेगा, समय भी बचेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी. साथ ही इस क्षेत्र में रॉ मटेरियल सप्लाई से लेकर तैयार माल के उत्पादन तक की एक पूरी इंडस्ट्रियल चेन तैयार होगी, जो इस इलाके को टेक्सटाइल हब बना देगी.

एक मॉडल पार्क बनेगा- देशभर के लिए उदाहरण

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा है कि यह पार्क देश का मॉडल पीएम मित्रा पार्क बनेगा. यहां उच्च स्तर की इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक तकनीक और रोजगार आधारित नीतियों का पालन किया जाएगा. प्रदेश सरकार की कोशिश है कि इस पार्क का प्रचार-प्रसार पूरे देश में किया जाए ताकि और भी निवेशक आकर्षित हों और बाकी कृषि आधारित उद्योगों को भी इसमें जोड़ा जा सके.

पीएम मोदी के दौरे से मिलेगी नई रफ्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को जब इस परियोजना का भूमिपूजन करेंगे, तो यह सिर्फ एक योजना की शुरुआत नहीं होगी, बल्कि एक नए औद्योगिक और कृषि युग की शुरुआत मानी जा रही है. पीएम मोदी के इस दौरे (PM Modi Tour) से न केवल इस प्रोजेक्ट को मजबूती मिलेगी बल्कि देश और विदेश के निवेशकों का भरोसा भी बढ़ेगा.

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