अब किराएदार और बटाईदार भी करा सकेंगे फसल बीमा, PMFBY का पंजीकरण शुरू हुआ

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत खरीफ सीजन 2025 के लिए फसल बीमा पंजीकरण शुरू हो गया है. सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी किसान बीमा से वंचित न रहे.

नोएडा | Updated On: 3 Jul, 2025 | 05:59 PM

खेती से जुड़े लाखों किसानों के लिए राहत भरी खबर है. अब सिर्फ जमीन के मालिक ही नहीं, बल्कि किराए या बटाई पर खेती करने वाले किसान भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का लाभ ले सकेंगे. खरीफ सीजन की शुरुआत के साथ ही फसल बीमा सप्ताह भी शुरू हो गया है. सरकार ने अधिक से अधिक किसानों तक योजना पहुंचाने के लिए पंजीकरण अभियान तेज कर दिया है, ताकि हर किसान अपनी फसल को प्राकृतिक नुकसान से सुरक्षित कर सके.

खरीफ फसलों को मिलेगा बीमा सुरक्षा कवच

बारिश कम हो या ज्यादा, ओले गिरें या कीट लग जाएं ऐसे हालात में फसल बर्बाद हो सकती है और किसान की सालभर की मेहनत पर पानी फिर सकता है. ऐसे में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों को आर्थिक सुरक्षा देती है. इस योजना में खरीफ की मुख्य फसलें जैसे धान, मक्का, बाजरा, ज्वार, कपास, मूंगफली, सोयाबीन और अरहर को बीमा सुरक्षा दी जाती है, जिससे नुकसान की भरपाई मिल सके. जुलाई में खरीफ फसलों के लिए फसल बीमा चालू हो गया है, सभी किसान भाई-बहन समय रहते पंजीकरण करा सकते हैं.

 

अब हर किसान को मिलेगा फसल बीमा का हक

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब हर किसान इसका लाभ ले सकता है. इसमें लघु, सीमांत, भूमिधारी, किराए पर खेती करने वाले, बटाईदार, ऋणी और गैर ऋणी सभी किसान पंजीकरण कर सकते हैं. अब वे किसान भी फसल बीमा करा सकते हैं जिनके पास जमीन नहीं है लेकिन खेती करते हैं. यह बदलाव लाखों भूमिहीन किसानों के लिए राहत लेकर आया है और उन्हें भी नुकसान से सुरक्षा मिलेगी.

हर किसान के लिए तय हैं बीमा दरें

इसका उत्तर आपको हां मिलेगा. क्योंकि इस योजना की खास बात ये है कि इसमें सभी किसानों के लिए प्रीमियम दरें तय हैं. खरीफ फसलों पर 2 फीसदी, रबी फसलों पर 1.5 फीसदी और वाणिज्यिक या बागवानी फसलों पर 5 फीसदी का प्रीमियम तय किया गया है.

सरकार ने किए आसान पंजीकरण के इंतजाम

फसल बीमा कराने के लिए किसान भाई-बहन pmfby.gov.in वेबसाइट पर जा सकते हैं, टोल फ्री नंबर 14447 पर कॉल कर सकते हैं, या 7065514447 पर व्हाट्सऐप पर Hi भेजकर जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा क्रॉप इंश्योरेंस मोबाइल ऐप से भी पंजीकरण किया जा सकता है. सरकार चाहती है कि कोई भी किसान बिना बीमा के न रहे. इसी वजह से जिला प्रशासन और कृषि विभाग किसानों से अपील कर रहे हैं कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपनी फसल को प्राकृतिक नुकसान से बचाने के लिए बीमा जरूर कराएं.

Published: 3 Jul, 2025 | 05:10 PM