श्रीनगर में 150 करोड़ की लागत से खुलेगा क्लीन प्लांट सेंटर, पौधों में नहीं लगेगा रोग.. बढ़ेगी पैदावार

जम्मू-कश्मीर के बागवानी किसानों को अब क्लीन प्लांट सेंटर से बेहतरीन क्वालिटी के संक्रमण रहित फलदार पौधे मिलेंगे. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीनगर में 150 करोड़ की लागत से यह सेंटर बनाने की घोषणा की.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 3 Jul, 2025 | 03:11 PM

जम्मू-कश्मीर में बागवानी करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. अब आने वाले वर्षों में उन्हें बेहतरीन क्वालिटी के फलों के पौधे मिलेंगे, जिसमें संक्रमण या रोग लगने का खतरा नहीं रहेगा. इससे पैदावार में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ किसानों की कमाई में भी इजाफा होगा. दरअसल, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्रीनगर में एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) योजना के तहत 150 करोड़ रुपये की लागत से क्लीन प्लांट सेंटर बनाया जाएगा, जहां बेहतरीन क्वालिटी के फ्रूट्स के पौधे विकसित किए जाएंगे.

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिहं चौहान ने श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर के किसानों की शिकायत रहती थी कि उन्हें बेहतर क्वालिटी के बागवानी के पौधे नहीं मिल रहे हैं. रोपाई करने के कुछ ही साल बाद पौधे संक्रमित हो जाते हैं. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. लेकिन श्रीनगर में क्लीन प्लांट सेंटर बन जाने के बाद बागवानी किसानों काफी फायदा होगा. उन्हें बेहतर क्वालिटी के संक्रमण रहित पौधे मिल पाएंगे.

बादाम और अखरोट के ऊपर होगा काम

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस सेंटर के अंदर सेब, बादाम और अखरोट के ऊपर काम होगा. साथ ही सरकारी सहयोग से प्राइवेट नर्सरी भी विकसित किए जाएंगे. ताकि किसानों को अच्छे बागवानी के पौधे मिल सके. वहीं, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का जिक्र करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि जल्द ही पट्टेदार किसानों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. इसके लिए सरकार काम कर रही है.

इन जिलों में खुलेंगी क्वालिटी कंट्रोल लैब

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फसल बीमा योजना में बागवानी फसलों के कवरेज के लिए जल्द ही RW सहित कई स्कीम शुरू की जाएंगी, ताकि बागवानी की मैपिंग की जा सके. वहीं, केसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर के अंदर एक टेश्यू कल्चर लैब विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही केसर की नर्सरी भी खोली जाएंगी. साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कठुआ, अनंतनाग और बारामुला में क्वालिटी कंट्रोल लैब खोली जाएंगी, ताकि मिट्टी उर्वरा शक्ति और हेल्थ की जांच की जा सके.

केसर का उत्पादन बढ़ाने के लिए बनेगी वैज्ञानिकों की टीम

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के अंदर सिंचाई सुविधा भी डेवलप की जाएगी. उन्होंने कहा कि नहरों के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाने की दिशा में भी काम किया जाएगा. वहीं, राष्ट्रीय केसर मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने और नुकसान को कम करने के लिए संशोधन की आवश्यकता है. इसके लिए वैज्ञानिकों की टीन बनाई जाएगी.

 

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Published: 3 Jul, 2025 | 02:37 PM

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