सरकार ने किसानों के खाते में भेजे 543 करोड़ रुपये, चेक कर लें बैंक अकाउंट

हरियाणा में खरीफ खरीद सीजन 2025-26 की शुरूआत हो चुकी है और अबतक राज्य की मंडियों के जरिए 3 लाख मीट्रिक टन से अधिक उपज की खरीद के साथ मंडी से उठान भी हो गया है. राज्य सरकार किसानों की फसलों का भुगतान कर रही है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 5 Oct, 2025 | 12:28 PM

Haryana Paddy Farmers Payment: हरियाणा के किसानों को बड़ी राहत देते हुए राज्य सरकार ने उनके खाते में डीबीटी के जरिए 543 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जारी कर दी है. खरीफ सीजन की फसल खरीद शुरुआत के बाद यह पहला भुगतान ट्रांसफर है जो धान किसानों के खाते में भेजा गया है. बता दें कि हरियाणा में धान खरीद शुरू हो चुकी है और किसानों को मेरा फसल मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी गई थी, ऐसा करने वाले किसानों को राज्य सरकार की ओर से भुगतान किया गया है. ऐसे किसान अपने बैंक खाते जरूर चेक कर लें.

हरियाणा में बड़े पैमाने पर किसान धान की खेती करते हैं और यहां पर उपज खरीद को एमएसपी की मांग जोर पकड़े रहती है. राज्य सरकार ने भी 24 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी देने की घोषणा कर रखी है, जिसमें पहली फसल धान है. हरियाणा में खरीफ खरीद सीजन 2025-26 की शुरूआत हो चुकी है और अबतक राज्य की मंडियों के जरिए 3 लाख मीट्रिक टन से अधिक उपज की खरीद के साथ मंडी से उठान भी हो गया है.

किसानों के खाते में भेजी गई 543 करोड़ से अधिक राशि

राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार 2025-26 खरीफ सीजन में अब तक 543.66 करोड़ रुपये का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जा चुका है. सरकार ने कहा है कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने का वादा पूरा किया जा रहा है और किसानों को समय पर भुगतान पक्का किया गया है. राज्य सरकार मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से धान की खरीद कर रही है. राज्य में अब तक पोर्टल पर पंजीकृत 63,356 किसानों से धान की खरीद की जा चुकी है.

7 लाख मीट्रिक टन खरीद हुई पर उठान केवल 3 लाख मीट्रिक टन हो सका

हरियाणा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के प्रवक्ता के हवाले से पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य भर की मंडियों में कुल 8,92,943.07 मीट्रिक टन धान आ चुका है, जबकि मंडियों से 3,10,821.24 मीट्रिक टन धान का उठान हो चुका है. अब तक खरीदे गए धान की कुल मात्रा 7,20,025.68 मीट्रिक टन है. यानी करीब 4 लाख मीट्रिक टन धान मंडियों में अभी भी उठान के लिए पड़ा हुआ है. राज्य सरकार ने खरीद के 48 घंटे में भुगतान का वादा किया है. यहां बता दें कि धान की खरीद होने के साथ उठान होने पर ही किसानों को फसल का भुगतान किया जाता है.

3 एजेंसियां को धान खरीद में लगाया गया

हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने चालू खरीफ सीजन में 22 सितंबर के बाद से अब तक की सबसे अधिक मात्रा में धान की खरीद की है. हरियाणा में धान की खरीद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, हैफेड और हरियाणा राज्य भंडारण निगम के संयुक्त प्रयासों से की जा रही है. विभाग ने 4,25,680.39 मीट्रिक टन, हैफेड ने 2,09,796.67 मीट्रिक टन और हरियाणा राज्य भंडारण निगम ने 84,548.61 मीट्रिक टन धान की खरीद की है.

17 फीसदी नमी वाली धान खरीद रही सरकार

किसानों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी उपज को भारत सरकार की ओर से निर्धारित धान में नमी मानक यानी अधिकतम 17 प्रतिशत नमी मात्रा वाली ही धान मंडी में लाएं ताकि उन्हें बिक्री में कोई दिक्कत न हो. किसान अच्छी तरह सुखाने और साफ करने के बाद ही धान उपज मंडियों में लाएं. उन्होंने कहा कि सुचारू खरीद के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है और मंडियों से धान का उठाव कार्यकुशलता सुनिश्चित करने के लिए तेजी से किया जा रहा है.

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Published: 5 Oct, 2025 | 12:17 PM

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