Mandi Bhav: डबल हुई टमाटर की कीमत, होलसेल मार्केट में 45 रुपये किलो रेट.. जानें खुदरा भाव

तमिलनाडु में भारी बारिश और उत्पादन घटने से टमाटर की कीमतें तेजी से बढ़ीं हैं. कोयंबेडु मंडी में थोक भाव 10- 20 रुपये से बढ़कर 40 से 45 रुपये किलो हो गया है. खुदरा बाजार में टमाटर 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है.

Kisan India
नोएडा | Published: 25 Jul, 2025 | 05:34 PM

Tomatoes Mandi Price: तमिलनाडु में टमाटर की कीमतों में हाल के हफ्तों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. जून में जहां कोयंबेडु और पल्लाकोडे मंडी में टमाटर का होलसेल रेट 10 से 20 रुपये प्रति किलो था, अब बढ़कर 40 से 45 प्रति किलो हो गया है. कीमतों में इस तेजी की वजह भारी बारिश के कारण टमाटर की आपूर्ति में भारी गिरावट बताई जा रही है. जबकि, व्यापारियों का कहना है कि आवक करीब 30 फीसदी कम हो गई है, जिससे मांग और आपूर्ति में असंतुलन पैदा हुआ है.

Mathrubhumi की रिपोर्ट के मुताबिक, कोयंबेडु सब्जी, फल और फूल विक्रेता संघ के अध्यक्ष एम थियागराजन का कहना है कि आमतौर पर हमें रोजाना लगभग 700 टन टमाटर मिलते हैं, जिनमें से ज्यादातर आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आते हैं. अब यह घटकर सिर्फ 500 टन रह गया है. उन्होंने यह भी कहा कि बारिश के अलावा खेती की बढ़ती लागत भी टमाटर की कीमतों पर दबाव बना रही है.

इस वजह से कीमतों में हुई बढ़ोतरी

तमिलनाडु के प्रमुख टमाटर उत्पादक क्षेत्रों में से एक धर्मपुरी जिले में इस संकट का असर साफ नजर आ रहा है. यहां आमतौर पर किसान सालभर में करीब 12,000 हेक्टेयर जमीन पर टमाटर की खेती करते हैं. लेकिन मॉनसून के दौरान बारिश से फसल खराब होने का खतरा रहता है. इसलिए मॉनसून के सीजन में खेती घटकर सिर्फ 1,500 हेक्टेयर तक रह जाती है. धर्मपुरी कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि टमाटर के पौधे भारी बारिश में फंगल इंफेक्शन और सड़न के शिकार हो जाते हैं. इसलिए कई किसान मॉनसून में टमाटर की खेती से बचते हैं. जैसे ही उत्पादन कम होता है, कीमतें बढ़ जाती हैं. हाल ही में हुई बेमौसम बारिश ने उत्पादन और घटा दिया है, जिससे स्थिति और बिगड़ गई.

रिटेल मार्केट में 60 रुपये किलो टमाटर

पलाकोडे के थोक व्यापारियों का कहना है कि टमाटर की मौजूदा कीमतों में तेजी अगले दो हफ्तों तक जारी रह सकती है. टमाटर व्यापारी संजय राम ने कहा कि यह हर साल होने वाला एक मौसमी उतार-चढ़ाव है. जब मॉनसून की वजह से आपूर्ति कम हो जाती है, तो कीमतें अपने आप बढ़ जाती हैं. वहीं, थोक भाव बढ़ने का असर खुदरा बाजार पर भी पड़ा है. राज्य के कई बाजारों में टमाटर 50 से 60 प्रति किलो तक बिक रहा है, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है. कृषि अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में हालात सुधरेंगे, जब दक्षिणी राज्यों से आपूर्ति बढ़ेगी और नई फसलें तमिलनाडु के बाजारों में पहुंचेंगी.

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