Mandi Bhav: दो दिन में 20 रुपये किलो महंगी हो गईं सब्जियां, इस वजह से कीमतों में आई तेजी

यूनिट-1 सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष का कहना कि सड़क मरम्मत के कारण सोमवार से थोक बाजार को 10 दिनों के लिए अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है. ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ने से सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 22 Aug, 2025 | 01:24 PM

हरी सब्जियां केवल दिल्ली-एनसीआर में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में महंगी बिक रही हैं. खास कर ओडिशा की राजधानी भूनेश्वर में सब्जियों का रेट कुछ ज्यादा ही महंगा हो गया है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. महंगाई का आलम यह है कि भूनेश्वर में दो दिन के अंदर ही सब्जियों की कीमत में 10 से 20 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इससे ग्राहक और दुकानदार दोनों परेशान हैं. कहा जा रहा है कि यूनिट-1 मार्केट से थोक सब्जी बाजार को अस्थायी रूप से शहर के बाहर ऐगिनिया ले जाने से सब्जियों के दाम अचानक बढ़ गए हैं.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते कद्दू 20 रुपये किलो मिला था, अब 40 रुपये में मिल रहा है. लगभग हर सब्जी 10 रुपये महंगी हो गई है. ऐसे में लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है. वहीं, विक्रेताओं का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बारिश के कारण दूसरे राज्यों से सब्जियों की सप्लाई भी कम हो गई है. खारवेल नगर की कामकाजी महिला ज्योति दास ने कहा कि विक्रेता कम हैं और सब्जियों की क्वालिटी भी अच्छी नहीं है. मेरे पास सस्ती सब्जियां ढूंढ़ने या मोलभाव करने का समय नहीं है. जो दाम बताया जाता है, वही देना पड़ता है.

इस कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए

यूनिट-1 मार्केट के विक्रेताओं ने कहा कि मरम्मत और निर्माण कार्य की वजह से थोक बाजार को अस्थायी रूप से ऐगिनिया शिफ्ट करना पड़ा, जिससे उनकी सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. पहले उन्हें यूनिट-1 के अंदर ही सुबह-सुबह ताजी सब्जियां मिल जाती थीं, अब ऐसा नहीं हो पा रहा. सब्जी विक्रेता रमेश साहू ने कहा किअब हमें ऐगिनिया जाने के लिए करीब 15 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है. इससे ट्रांसपोर्ट पर खर्च बढ़ता है और समय भी खराब होता है. इसी कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं.

रोज 100 ट्रक सब्जियों की आवक

एक और विक्रेता, सीताराम दास ने कहा कि ऐगिनिया में बना अस्थायी बाजार हमारे लिए सुविधाजनक नहीं है. यह एनएच-16 के पास है, जहां दूसरे बाजारों के विक्रेता भी खरीदारी कर रहे हैं. इससे दाम बढ़ रहे हैं और सब्जियों की कमी हो रही है. हमें मजबूरी में बढ़ी हुई लागत ग्राहकों पर डालनी पड़ रही है, जिससे ग्राहक और दुकानदारों के बीच तनाव बढ़ रहा है. हर दिन करीब 100 बड़े ट्रक और 200 से ज्यादा छोटे-मंझोले ट्रक यूनिट-1 थोक बाजार में बाहर से सब्जियां लाते हैं. सिर्फ यूनिट-1 के ही नहीं, शहर के अलग-अलग बाजारों के 1,500 से ज्यादा विक्रेता इसी थोक बाजार पर निर्भर हैं.

10 एकड़ जमीन आवंटित की

यूनिट-1 सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष कबीराज स्वैन ने कहा कि सड़क मरम्मत के कारण सोमवार से थोक बाजार को 10 दिनों के लिए अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है. ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ने से सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं. हमने राज्य सरकार से यूनिट-1 में ज्यादा जगह देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने शहर के बाहरी इलाके भगबनपुर में थोक सब्जी बाजार के लिए 10 एकड़ जमीन आवंटित की है. लेकिन जब बाजार स्थायी रूप से वहां शिफ्ट होगा, तब लोगों को और ज्यादा परेशानी हो सकती है.

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Published: 22 Aug, 2025 | 01:11 PM

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