प्याज के रेट में गिरावट से महाराष्ट्र के किसान नाराज, कर रहे बड़े आंदोलन की तैयारी! सरकार की ये मांग

किसानों ने ज्ञापन में तुरंत बाजार हस्तक्षेप योजना (MIS) शुरू करने मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि प्याज की खरीद दर 2,500 रुपये प्रति क्विंटल तय की जाए.

नोएडा | Updated On: 31 Jul, 2025 | 02:49 PM

महाराष्ट्र में प्याज के होलसेल रेट में गिरावट आने से किसानों में काफी नाराजगी है. नासिक जिले के कुछ प्याज किसानों ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और सरकार से दखल देने की मांग की, ताकि गिरती हुई प्याज की कीमतों पर काबू पाया जा सके. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर एक हफ्ते में उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. ये किसान ‘कांदा उत्पादक शेतकरी संघर्ष समिति’ से जुड़े हुए हैं. उन्होंने प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें सरकार से कई मांगें की गई हैं.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने ज्ञापन में तुरंत बाजार हस्तक्षेप योजना (MIS) शुरू करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि प्याज की खरीद दर 2,500 रुपये प्रति क्विंटल तय की जाए. किसानों ने ज्ञापन में कहा है कि मध्य प्रदेश में लागू MIS मॉडल को अपनाया जाए. अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज के लिए निर्यात सब्सिडी बढ़ाई जाए और भंडारण में रखी प्याज की फसल का बीमा किया जाए. साथ ही नाराज किसानों ने अन्य राहत उपाय दिए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि इन कदमों से उन्हें आर्थिक संकट से राहत मिल सकती है.

किसानों को अच्छे दाम मिलने का इंतजार

निफाड़, सिन्नर और मालेगांव के किसानों का नेतृत्व कर रहे दीपक पगार ने कहा कि हमारी मांग बहुत सीधी है. जब प्याज के दाम थोड़े बढ़ते हैं तो सरकार तुरंत एक्शन लेती है, जिससे दाम जमीन पर आ जाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार को प्याज किसानों को घाटे से निकालने के लिए कुछ करना चाहिए. दरअसल, किसान केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों से नाराज हैं, क्योंकि उनका कहना है कि ये नीतियां अक्सर फायदा कम और नुकसान ज्यादा पहुंचाती हैं. उन्होंने कहा कि आमतौर पर हम रबी प्याज को स्टोर करते हैं, क्योंकि इसकी शेल्फ लाइफ अच्छी होती है. ऐसे में किसानों को अच्छे दाम मिलने का इंतजार रहता है.

बारिश की वजह से प्याज सड़ गए

दीपक पगार ने कहा कि लेकिन इस साल मई से हो रही बारिश की वजह से प्याज सड़ गए.  उन्होंने कहा कि पहले ही दाम बहुत कम हैं, बेच नहीं सकते और अगर स्टोर करें तो बची हुई प्याज भी खराब हो जाएगी. ऐसे किसान नासिक के कलेक्टर से मिलना चाहते थे, लेकिन वो ट्रेनिंग में गए हुए थे. इसके बाद किसानों ने निवासी उप-जिलाधिकारी रोहितकुमार राजपूत से मुलाकात की और सरकार या कृषि मंत्री से बातचीत की मांग रखी.

प्याज की कीमत में भारी गिरावट

बता दें कि महाराष्ट्र में प्याज की कीमतें बहुत कम हो गई हैं. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव APMC में पिछले दो हफ्तों में प्याज की औसत थोक कीमतों में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. 16 जुलाई को जहां प्याज की कीमत 1,500 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो सोमवार यानी 28 जुलाई को घटकर 1,275 रुपये प्रति क्विंटल रह गई.

 

Published: 31 Jul, 2025 | 02:46 PM