अच्छी मॉनसूनी बारिश के चलते इस बार खरीफ सीजन में किसानों ने फसलों की जमकर बुवाई की है. धान, मक्का, बाजरा समेत अन्य फसलों के रकबे में 10 फीसदी से अधिक का उछाल दर्ज किया गया है. कई राज्यों में धान समेत अन्य फसलें पककर तैयार हैं और बारिश थमते ही कटाई शुरू हो जाएगी. अनुमान है कि अगले 15 दिनों के दौरान फसल खेत से खलिहान और घर के बाद मंडी पहुंच जाएगी. ऐसे में यूपी सरकार ने किसानों से उपज खरीद की तैयारियां तेज कर दी हैं. कुछ फसलों की खरीद सितंबर में शुरू होने की संभावना है तो कुछ फसलों की खरीद 1 अक्तूबर से होगी. वहीं, किसानों एमएसपी पर बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह दी गई है.
खरीफ फसलों का रकबा हर साल के रिकॉर्ड के पार
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर धान की खेती 434 लाख हेक्टेयर में की गई है, जो बीते साल से 7 लाख हेक्टेयर अधिक है. इसी तरह मक्का की खेती का रकबा राष्ट्रीय स्तर पर 85 लाख हेक्टेयर को पार कर गया है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 1 लाख हेक्टेयर अधिक है. इसी तरह बाजरा की बात करें तो 60 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में खेती की गई है. अनुमान है कि इस बार खरीफ फसलें बीते सभी वर्षों का उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ देंगी.
1 तारीख से शुरू होगी बाजरा की सरकारी खरीद
उत्तर प्रदेश में श्रीअन्न फसलों में शामिल बाजरा की खरीद कई जिलों में 1 अक्तूबर से शुरू होगी. राज्य कृषि विभाग के अनुसार गाजीपुर समेत पूर्वांचल के अन्य जिलों में 1 अक्टूबर 2025 से बाजरा (श्रीअन्न) की खरीद शुरू होगी. इस वर्ष शासन ने अकेले गाजीपुर के लिए 900 मीट्रिक टन बाजरा खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है. खरीद के लिए जिला प्रशासन की ओर से मंडियों में सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं. जिले में 18 हजार हेक्टेयर से अधिक में खेती की गई है. इसके साथ ही अन्य जिलों में भी खरीद की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
वेस्टर्न यूपी में मक्का और बाजरा खरीद के लिए केंद्र बन रहे
खरीफ फसलों की सरकारी खरीद के लिए यूपी में 200 से ज्यादा खरीद केंद्र बनाए जा रहे हैं. ज्यादातर केंद्र सरकारी मंडियों में बनाए जा रहे हैं और किसानों को असुविधा से बचाने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं. अकेले बुलंदशह जिले में खाद्य एवं विपणन विभाग ने जनपद में 11 केंद्र बनाए हैं. बुलंदशहर समेत वेस्टर्न यूपी के अन्य जिलों में मक्का और बाजरे की खरीद के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. जबकि, धान खरीद के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं. कृषि विभाग ने किसानों से कहा है कि वे अपनी उपज की बिक्री के लिए विभागीय पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें.
धान, मक्का और बाजरा के लिए कितना है एमएसपी
- खरीफ मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी में बढ़ोत्तरी की घोषणा की है. इसके तहत केंद्र सरकार ने धान (Paddy MSP) के सामान्य ग्रेड के लिए 2369 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है. जबकि, धान ग्रे ए के लिए 2389 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय की गई है.
- मक्का फसल (Maize MSP) के लिए केंद्र सरकार ने 2400 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया है. बीते सीजन 2024-25 में इसका एमएसपी 2225 रुपये था, जिससे 175 रुपये इस बार के लिए बढ़ाए गए हैं. वहीं, 2013-14 में मक्का का एमएसपी 1310 रुपये प्रति क्विंटल था.
- बाजरा का एमएसपी (Bajra MSP) लिए केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2025-26 के लिए 2775 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. इससे पहले बीते साल 2625 रुपये एमएसपी था, जिससे इस बार 150 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है. वहीं, साल 2013-14 में बाजरा का एमएसपी केवल 1250 रुपये प्रति क्विंटल था.