कोदो-कुटकी किसानों को बड़ी राहत, सरकारी खरीद में मिलेगी ज्यादा रकम

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को राहत देते हुए श्रीअन्न की सरकारी खरीद का ऐलान किया है. इस दौरान उन्होंने बताया कि नरसिंहपुर और सतना में मई और जून तक कृषि आधारित उद्योगों का सम्मेलन और मेला भी आयोजित किया जाएगा.

नई दिल्ली | Updated On: 20 May, 2025 | 06:45 PM

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए ऐलान किया है. उनका कहना है कि अब प्रदेश सरकार श्रीअन्न (मोटे अनाज) की फसलों की सरकारी खरीद करेगी. इस कदम से रागी, कोदो-कुटकी, मक्का, ज्वार और बाजरा जैसे मोटे अनाज के उत्पादक किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. साथ ही, मुख्यमंत्री ने खेती के क्षेत्र में नवाचार, कृषि मेलों के आयोजन, आधुनिक मंडियों की स्थापना और जीआई टैग से जुड़ी पहल का भी विचार पेश किया.

श्रीअन्न की होगी सरकारी खरीद

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में रागी, कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा और मक्का जैसे श्रीअन्न का उत्पादन बढ़ाया जाए और सरकार अब इनकी सीधी खरीद करेगी. इसके अलावा तुअर उत्पादकों को बेहतर बीज, खाद और अनुदान देकर उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए प्रेरित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने नवाचार की बात करते हुए कहा कि किसानों को फसल बीमा और फसल आधारित अनुदान की योजनाओं से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी आय सुरक्षित रहे.

नरसिंहपुर और सतना में होंगे किसान सम्मेलन

बैठक में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने जानकारी दी कि 26 से 28 मई तक नरसिंहपुर में कृषि आधारित उद्योगों का विशाल सम्मेलन और कृषि मेला आयोजित होगा, जिसमें दुग्ध, मत्स्य, उद्यानिकी और श्रीअन्न जैसे क्षेत्रों में निवेश व तकनीक पर चर्चा होगी. इसके बाद 8 से 10 जून को सतना में भी ऐसा ही आयोजन होगा. इन मेलों में स्टार्टअप्स, कृषि यंत्र, बीज-खाद प्रदर्शनी और बुकिंग सुविधा जैसी गतिविधियां भी रहेंगी.

मंडियों में व्यवस्थाओं में सुधार होगा

सीएम डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए कि प्रदेश की मंडियों को आदर्श बनाया जाए और वहां किसानों को उपज बेचने में कोई असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि मंडियों में फसल आधारित मॉडल तैयार किए जाएं और फल, सब्जी, मसाला जैसे विशिष्ट मंडी का रोडमैप बने. मंडी शुल्क की राशि से किसानों के कल्याण की गतिविधियों पर फोकस किया जाए. इसके अलावा नई मंडियों की स्थापना और भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए स्थानीय निकायों से समन्वय किया जाए.

तीन फसलों को मिलेगा जीआई टैग

बैठक में बताया गया कि डिंडोरी की नागदमन मकुटकी, सिताही कुटकी और बैंगनी अरहर की फसल को जल्द ही जीआई टैग मिलने की उम्मीद है, जिससे इन फसलों की ब्रांडिंग और विपणन में बढ़त मिलेगी. साथ ही, प्रदेश की 259 मंडियों में ई-मंडी योजना शुरू हो चुकी है, जिससे रिकॉर्ड कीपिंग डिजिटल हो गई है और किसानों को पारदर्शी मूल्य मिल सकेगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए और हैप्पी सीडर जैसे उपकरणों की हर ग्राम पंचायत तक पहुंच हो.

ग्रीष्मकालीन मूंग में खरपतवारनाशकों के उपयोग

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्रीष्मकालीन मूंग में खरपतवारनाशकों के उपयोग से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसलिए खरपतवारनाशकों को हतोत्साहित करने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा मिले. स्वाभाविक फसलों की पैदावार पर विशेष जोर दिया जाए.

Published: 20 May, 2025 | 06:45 PM