बारिश में करें मूली की खेती, प्रति हेक्टेयर 160 क्विंटल पैदावार कराएगी 4 लाख की कमाई

मूली की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है. मूली एक व्यावसायिक फसल है जिसकी खेती अगर सही ढंग से की जाए तो किसानों को इससे अच्छी उपज और आमदनी दोनों मिल सकती है.

नोएडा | Updated On: 17 Jun, 2025 | 10:59 PM

मॉनसून सीजन में उगाई जाने वाली कई फसलों में से एक फसल मूली की भी है. मूली की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है. मूली एक व्यावसायिक फसल है जिसकी खेती अगर सही ढंग से की जाए तो किसानों को इससे अच्छी उपज और आमदनी दोनों मिल सकती है. बाजार में मूली की मांग सालभर बनी रहती है. इसीलिए किसान मूली की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. खबर में आगे बात करेंगे कि कैसे होती है मूली की खेती और किसान इसकी खेती से कितनी पैदावार कर सकते हैं.

सही जलवायु और मिट्टी का चुनाव

मूली की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. जिसका pH मान 6.0 से 7.0 के बीच का होना चाहिए. अक्टूबर से फरवरी तक का समय इसकी खेती के लिए सही माना जाता है. हांलांकि देश के कई हिस्सों में मॉनसून में भी मूली की खेती की जाती है.

बीज बुवाई का सही तरीका

मूली की खेती के लिए बेहतर है कि किसान उन्नत किस्मों का चुनाव करें.बता दें कि उत्तर भारत में इसकी खेती जुलाई से अगस्त और अक्टूबर से नवंबर के बीच होती है जबकि दक्षिण भारत में इसकी खेती सालभर की जाती है. इसकी प्रति हेक्टेयर फसल के लिए 8 से 10 किग्रा बीजों की जरूरत होती है. बीजों को मिट्टी में करीब 1.5 से 2 सेमी की गहराई में बोना चाहिए, साथ ही कतार से कतार की दूरी 30 सेमी वहीं पौधे से पौधे की दूरी 10 सेमी तक होनी चाहिए.

पैदावार और कमाई

मूली की खेती से होने वाली पैदावार इस बात पर निर्भर करती है कि किस किस्म की खेती की गई है. अगर मूली की उन्नत किस्म की खेती की गई है तो किसान प्रति हेक्टेयर फसल से 300 से 400 क्विंटल पैदावार कर सकते हैं वहीं अगर मूली की देशी किस्मों की बुवाई की गई है तो प्रति हेक्टेयर फसल से 200 से 250 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है. बात करें मूली की खेती से होने वाली कमाई की तो इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से किसान 4 लाख तक की शुद्ध कमाई कर सकते हैं.  जो कि किसानों के लिए बहुत ही अच्छा सौदा है.

Published: 18 Jun, 2025 | 09:00 AM