चूहों से तंग किसान ध्यान दें! एक हफ्ते में मिलेगा छुटकारा, अपनाएं ये तरीका

धान की फसल को चूहों से बचाना अब आसान हो गया है. किसान अगर सिर्फ 7 दिन का एक तयशुदा तरीका अपनाएं तो फसल को भारी नुकसान से बचाया जा सकता है.

नोएडा | Updated On: 10 Jun, 2025 | 01:36 PM

धान की खेती करने वाले किसानों के लिए चूहे एक बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं. ये छोटे-छोटे जीव खेत में घुसकर फसल को अंदर से काट देते हैं और किसान की महीनों की मेहनत पर पानी फेर देते हैं. खासकर खेत का चूहा (Field Rat), साफ्ट फर्ड फील्ड रैट और फील्ड माउस जैसी प्रजातियां धान की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं.

लेकिन राहत की बात यह है कि अगर किसान एक साप्ताहिक कार्यक्रम अपनाएं तो इन चूहों से छुटकारा पाया जा सकता है. उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के अनुसार, इस प्रक्रिया को गांव के कई किसानों द्वारा सामूहिक रूप से अपनाया जाए तो इसका असर और भी बेहतर होता है.

ये है चूहों से छुटकारा पाने का 7 दिन का फार्मूला

पहला दिन

खेत की अच्छे से निगरानी करें. जितने भी चूहों के बिल दिखाई दें, उन्हें मिट्टी से बंद कर दें और पहचान के लिए वहां लकड़ी के डंडे गाड़ दें.

दूसरा दिन

फिर से खेत में जाकर देखें कि कौन-कौन से बिल फिर से खुल गए हैं. जो बिल बंद हैं, वहां से डंडे हटा दें और जो खुले हैं, वहां डंडे रहने दें. इन खुले बिलों में 1 ग्राम सरसों का तेल और 48 ग्राम भूने हुए दानों में जहर मिलाकर डालें.

तीसरा दिन

बिलों की दोबारा निगरानी करें और जहां पहले दिन के जहर वाला चारा नहीं खाया गया हो, वहां फिर से जहर मिला चारा रखें.

चौथा दिन

अब जिंक फास्फाइड (80%) की 1 ग्राम मात्रा, 1 ग्राम सरसों तेल और 48 ग्राम भूने दानों को मिलाकर जहरीला चारा बनाएं और खुले बिलों में रखें.

पांचवां दिन

मरे हुए चूहों की निगरानी करें और उन्हें जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दें ताकि बीमारी न फैले.

छठा दिन

बचे हुए खुले बिलों को फिर से बंद कर दें। यदि अगले दिन कोई बिल दोबारा खुलता है तो पूरी प्रक्रिया को सप्ताहिक फिर से दोहराएं.

वैकल्पिक उपाय

यदि किसान चाहें तो जहर तैयार करने की बजाय बाजार में मिलने वाला ब्रोमडियोलोन 0.005 प्रतिशत वाला तैयार चारा इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे प्रत्येक बिल में 10 ग्राम मात्रा में रखें. यह दवा चूहे को 3-4 बार खाने के बाद असर करती है.

Published: 10 Jun, 2025 | 01:00 PM