गन्ना किसानों को मिलेंगे रोग रहित बीज, टिश्यू कल्चर के इस्तेमाल से नई किस्मों का होगा उत्पादन

प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश के चीनी मिल समूह क्षेत्र में मिट्टी जांच केंद्रों की स्थापना की जाएगी. उन्होंने बताया कि हर एक किसान को मृदा हेल्थ कार्ड दिया जाएगा.

नोएडा | Published: 11 Jun, 2025 | 09:51 PM

उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को स्वस्थ और उपजाऊ मिट्टी में गन्ना की खेती कराने कि लिए प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त ने नई पहल की है. गन्ना एवं चीनी आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि गन्ना की सफल खेती कराना उनकी प्राथमिकता है , जिसके चलते गन्ने का उत्पादन और क्वालिटी दोनों को बेहतर करने की दिशा में टिश्यू कल्चर, मिट्टी की जांच और जैविक खाद के साथ-साथ तकनीक को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.इस दौरान हुई समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं.

मिट्टी जांच केंद्र की होगी स्थापना

प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश के चीनी मिल समूह क्षेत्र में मिट्टी जांच केंद्रों की स्थापना की जाएगी. उन्होंने बताया कि हर एक किसान को मृदा हेल्थ कार्ड दिया जाएगा जिसकी मदद से किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच कर सकेंगे और मिट्टी की जरूरत के अनुसार सही खाद का इस्तेमाल कर सकेंगे. जिससे गन्ना का उत्पादन और क्वालिटी दोनों ही बढ़ेंगी.

टिकाऊ खेती को दिया जाएगा बढ़ावा

आयुक्त, गन्ना एवं चीनी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने सभी संबंधित अधिकारियों और चीनी मिल समूहों को ये सख्त निर्देश दिए हैं कि पर्यावरण को शुद्ध और सुरक्षित रखने के लिए , साथ ही टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए केमिकल युक्त खाद के इस्तेमाल की जगह किसानों को जैविक खाद और बायोपेस्टिसाइड के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करें. इसी कड़ी में प्रदेश के हर एक चीनी मिल वाले इलाकों में जैव उर्वरक और बायोपेस्टिसाइड लैब की स्थापना करने के भी निर्देश दिए हैं.

किसानों को मिलेंगे स्वस्थ बीज

बता दें कि सभी चीनी मिलों को टिश्यू कल्चर, मृदा परीक्षण और जैव उर्वरक और बायोपेस्टीसाइड विधाओं को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं . ताकि गन्ना किसानों को स्वस्थ और रोग रहित बीज उपलब्ध कराए जा सकें. साथ ही किसानों को टिश्यू कल्चर का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करने को कहा है ताकि इस तकनीक के इस्तेमाल से नई किस्म के गन्ना बीजों का उत्पादन किय जा सके. उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल गन्ना किसानों के लिए बेहद ही फायदेमंद साबित होगी.