गाय-भैंसों को खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए फ्री टीकाकरण शुरू, जानिए पशु को कैसे लगवाएं वैक्सीन

पशुपालकों के लिए सरकार ने खुरपका-मुंहपका रोग से बचाव हेतु फ्री टीकाकरण अभियान शुरू किया है. यह अभियान पशुओं को गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने और पशुपालकों की आमदनी सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. सभी पशुपालकों से अपील है कि समय पर टीका जरूर लगवाएं.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 25 Sep, 2025 | 09:00 AM

गाय और भैंस जैसे पालतू जानवर गांव की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. लेकिन कई बार ये जानवर बीमारियों की चपेट में आकर बीमार हो जाते हैं, जिससे न केवल दूध उत्पादन पर असर पड़ता है बल्कि पशुपालकों को आर्थिक नुकसान भी होता है. खासकर खुरपका और मुंहपका जैसी बीमारी बहुत तेजी से फैलती है और कई पशुओं को एक साथ बीमार कर देती है. इन्हीं समस्याओं को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर खुरपका-मुंहपका टीकाकरण अभियान शुरू किया है. यह अभियान 23 सितम्बर से 23 नवम्बर तक चलाया जाएगा, जिसमें सभी गाय-भैंसों को फ्री टीका लगाया जाएगा.

क्या होता है खुरपका-मुंहपका रोग?

यह एक संक्रामक रोग है, जो एक पशु से दूसरे में बहुत तेजी से फैलता है. इसका असर जानवरों के पैरों और मुंह में घाव के रूप में दिखाई देता है. इस बीमारी की वजह से पशु खाना-पीना छोड़ देता है, चलने में तकलीफ होती है और धीरे-धीरे उसकी हालत खराब होने लगती है. इसका असर दूध उत्पादन पर भी पड़ता है, जिससे पशुपालक को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. टीकाकरण इस बीमारी से बचने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है.

कब और कहां चलेगा टीकाकरण अभियान?

राजस्थान पशुपालन विभाग के अनुसार, राज्य सरकार ने 23 सितम्बर से 23 नवम्बर 2025 तक टीकाकरण अभियान चलाने की घोषणा की है. इस अभियान के तहत जिले के हर कोने तक टीम पहुंचकर पशुओं को मुफ्त टीका लगाएगी. पशुपालन विभाग की टीमें गांव-गांव, घर-घर जाकर गाय और भैंसों का टीकाकरण करेंगी, ताकि कोई भी पशु बिना टीके के न रह जाए. साथ ही, जिले की सभी पशु चिकित्सा संस्थाएं भी इस टीकाकरण में सहयोग करेंगी. पशुपालक चाहें तो खुद भी अपने पशुओं को नजदीकी पशु चिकित्सालय में ले जाकर टीका लगवा सकते हैं.

ये क्यों है जरूरी-टीकाकरण से क्या होगा फायदा?

टीकाकरण से पशु खतरनाक बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं. खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारी में अगर एक पशु बीमार हो जाए तो वह पूरे झुंड को संक्रमित कर सकता है. यदि सभी पशुओं को समय पर टीका लगवा दिया जाए, तो ये रोग फैल ही नहीं सकता. इससे पशु स्वस्थ रहेंगे, दूध का उत्पादन बढ़ेगा और पशुपालकों की आमदनी बनी रहेगी. साथ ही, पशुओं का इलाज कराने में जो खर्च आता है, वह भी बचेगा. यानी टीकाकरण से पैसे की बचत, स्वास्थ्य की सुरक्षा और लाभ में बढ़ोतरी- तीनों फायदे मिलेंगे.

पशुपालकों से अपील- समय पर करवाएं टीकाकरण

पशुपालन विभाग ने सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे अपने गाय और भैंस जैसे पशुओं को समय पर टीका जरूर लगवाएं. सरकार की तरफ से यह सुविधा पूरी तरह मुफ्त है, तो इसमें देरी या लापरवाही करने की कोई वजह नहीं है.
अगर किसी कारण से विभाग की टीम आपके घर नहीं पहुंचती है, तो आप खुद भी अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय से संपर्क कर सकते हैं और अपने पशुओं का टीकाकरण करा सकते हैं.

सरकार का लक्ष्य – बीमारी से पूरी तरह मुक्ति

सरकार का उद्देश्य है कि जिले को खुरपका-मुंहपका (Foot and Mouth Disease) रोग से पूरी तरह मुक्त किया जाए. इसके लिए यह टीकाकरण अभियान बार-बार चलाया जाता है. अब यह षष्टम चरण का अभियान है, यानी पहले भी पांच बार टीकाकरण हो चुका है और इसका अच्छा असर देखा गया है. सरकार चाहती है कि हर पशुपालक इस अभियान में भाग ले, ताकि आने वाले समय में यह बीमारी राज्य से पूरी तरह खत्म की जा सके.

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Published: 25 Sep, 2025 | 09:00 AM

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