ये बकरियां बना देंगी अमीर, जान लें सही नस्ल चुनाव का तरीका

कम चारे में भी ये बकरियां जल्दी बड़े होते हैं और इनके मांस, दूध व अन्य उत्पादों की बाजार में मजबूत मांग किसानों की आमदनी दोगुना कर रही है.

नोएडा | Updated On: 21 May, 2025 | 04:02 PM

अगर आप कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का सपना देख रहे हैं तो बकरी पालन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है. खासतौर पर भारत की कुछ देसी नस्लें ऐसी हैं जो तेजी से बच्चे देती हैं, कम जगह में पल जाती हैं और जिनकी बाजार में अच्छी मांग रहती है. ऐसे में खासतौर पर बारबरी और ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियां छोटे किसानों और पशुपालकों के लिए वरदान बन चुकी हैं. इनकी खासियत यह है कि एक साल में दो बार बच्चों को जन्म देती हैं और हर बार दो से तीन बच्चे देती हैं. यानी एक बकरी सालभर में 4 से 6 बकरों का उत्पादन कर सकती है. यही नहीं, इन बकरियों को पालने के लिए ज्यादा खर्च की जरूरत नहीं होती और ये गांवों के सामान्य वातावरण में आसानी से पल जाती हैं.

बरबरी बकरी

बरबरी नस्ल की बकरी उत्तर भारत में खूब पाई जाती है और इसकी सबसे बड़ी खासियत है तेज प्रजनन क्षमता. ये बकरी साल में दो बार और हर बार 2-3 बच्चों को जन्म देती है. यानी एक साल में एक बकरी से 4-6 बच्चे दे सकती है. यही नहीं, ये नस्ल कम चारा खाकर भी बढ़िया ढंग से पलती है. बारबरी बकरी की बॉडी स्ट्रक्चर आकर्षक होती है, जिससे इसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. छोटे किसान, जिनके पास ज्यादा जगह नहीं होती, उनके लिए यह नस्ल एक सही विकल्प है.

ब्लैक बंगाल बकरी

वहीं ब्लैक बंगाल बकरी का आकार छोटा होता है. लेकिन इसके मांस की गुणवत्ता बहुत बढ़िया मानी जाती है. इसकी बाजार में भारी डिमांड रहती है. इस नस्ल की बकरी भी साल में दो बार बच्चे देती है और हर बार दो या तीन बच्चे हो सकते हैं. मतलब कुछ ही सालों में आपकी एक बकरी की संख्या बढ़कर दर्जनों में बदल सकती है.

जानिए सफल पालन का फॉर्मूला

बकरी पालन की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें शुरुआती निवेश कम लगता है. एक छोटी सी जगह पर 5-10 बकरियों से शुरुआत की जा सकती है. पशुपालक बताते हैं कि यदि नियमित टीकाकरण, पौष्टिक चारा और साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए तो बकरियां स्वस्थ रहती हैं और ये साल में दो बार बच्चे देती हैं. यही नहीं, बकरी का दूध, गोबर और बकरी के बच्चे तीनों ही चीजें बाजार में बिकती हैं. यानी कम खर्च में दोगुना फायदा देती है.

Published: 21 May, 2025 | 04:01 PM