मुर्गी पालन से कम समय में बढ़ाएं आमदनी, जानिए चूजों की सही देखभाल के आसान तरीके

मुर्गी पालन में चूजों की सही देखभाल और फीडिंग से बढ़े मुनाफा. सफाई, टीकाकरण, और सही आहार से बीमारियों से बचाव संभव. पोल्ट्री फार्मिंग किसानों के लिए रोजगार और आय का अच्छा जरिया है.

Kisan India
नोएडा | Published: 5 Oct, 2025 | 02:50 PM

Poultry Farming : देश में पोल्ट्री फार्मिंग तेजी से बढ़ रही है. आज के समय में किसान खेती के साथ-साथ मुर्गी पालन को भी अपना रहे हैं क्योंकि अंडे और मांस की बाजार में अच्छी मांग है. खासकर ग्रामीण इलाकों में यह व्यवसाय रोजगार का अच्छा साधन बन चुका है. हालांकि, मुनाफा पाने के लिए सही देखभाल और प्रबंधन बहुत जरूरी है. इस लेख में हम जानेंगे कि चूजों से लेकर बड़ी मुर्गियों तक की सही देखभाल कैसे करें ताकि लागत कम और मुनाफा ज्यादा हो.

पोल्ट्री फार्म में मुख्य खर्च

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पोल्ट्री फार्मिंग में सबसे बड़ा खर्च चूजों के दाने (फीड) और दवाइयों पर होता है. अगर फार्म की साफ-सफाई सही से हो और बायो-सिक्योरिटी नियमों का पालन किया जाए, तो दवाइयों की जरूरत कम हो जाती है. इससे चूजों की सेहत अच्छी रहती है और फीड पर खर्च भी कम आता है. इसलिए फार्म का प्रबंधन समझदारी से करना बेहद जरूरी है.

चूजों की देखभाल के जरूरी टिप्स

चूजों की सही देखभाल से उनका विकास बेहतर होता है और बीमारी से बचाव होता है. फार्म की सफाई के लिए कीटाणुनाशक  का उपयोग करें और ब्रूडर में उचित गर्मी बनाए रखें. शुरू में चिक गार्ड लगाकर चूजों को सुरक्षित रखें, फिर 8-10 दिन बाद हटा दें. केवल विश्वसनीय हैचरी से स्वस्थ चूजे खरीदें और विशेषज्ञ से सलाह लें. गर्मी का संतुलन बनाए रखें- अगर चूजे जमा हो रहे हैं तो गर्मी बढ़ाएं और ज्यादा गर्मी होने पर कम करें, ताकि चूजों को आराम और सही विकास मिल सके.

फीड का सही प्रबंधन

पोल्ट्री फार्मिंग में फीड सबसे महंगा हिस्सा होता है, इसलिए इसका सही प्रबंधन बहुत जरूरी है. शुरुआत में चूजों को बारीक दलिया कागज पर खिलाएं और 15 दिन बाद छोटी ग्रिट देना शुरू करें. मुर्गियों को उनकी उम्र के अनुसार ताजा और संतुलित स्टार्टर्स, ग्रोअर्स, और फिनिशर फीड दें. फीड को सूखी, साफ जगह पर रखें क्योंकि नमी से फफूंद लग सकती है जो नुकसानदेह होती है. फीड को ज्यादा दिन तक स्टोर न करें. साथ ही, मिनरल्स और विटामिन्स का सही मात्रा में इस्तेमाल करें ताकि मुर्गियां स्वस्थ और मजबूत रहें.

बीमारियों से बचाव और बायो-सिक्योरिटी

पोल्ट्री फार्म में बीमारियों का खतरा  हमेशा रहता है. इसलिए बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि फार्म की बायो-सिक्योरिटी का कड़ाई से पालन करें. अपने फार्म में आने-जाने वाले लोगों की संख्या सीमित रखें, और जो भी अंदर आएं, उनके जूतों को साफ करें. नियमित टीकाकरण और दवाइयों का प्रयोग करें ताकि मुर्गियां स्वस्थ रहें. फार्म की सफाई पर खास ध्यान दें.

फार्म प्रबंधन में वैज्ञानिक तरीके अपनाएं

सफल पोल्ट्री फार्मिंग के लिए सही प्रबंधन बहुत जरूरी है. फार्म की पूरी देखभाल वैज्ञानिक तरीके से करें. एक्सपर्ट की सलाह लेकर काम करें और नए-नए तरीकों को अपनाने से न हिचकिचाएं. फार्म में पानी की उपलब्धता, तापमान, हवादारी और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. इससे मुर्गियों का विकास बेहतर होगा और मुनाफा भी बढ़ेगा.

सफल मुर्गी पालन के टिप्स

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चूजों की सेहत पर खास ध्यान देना बहुत जरूरी है ताकि वे स्वस्थ और मजबूत बनें. इसके लिए बायो-सिक्योरिटी नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए, जिससे बीमारी का खतरा कम हो. समय-समय पर चूजों का टीकाकरण कराना भी आवश्यक है ताकि वे संक्रमण से बच सकें. फार्म की सफाई नियमित रूप से करें ताकि साफ-सफाई बनी रहे और कीटाणु न पनपें. मुर्गियों को सही और संतुलित आहार दें ताकि उनकी बढ़वार अच्छी हो. साथ ही, एक्सपर्ट की सलाह लेकर फार्मिंग करें, जिससे आपको बेहतर परिणाम और मुनाफा मिल सके.

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