Milkathon 2025 और पुरस्कारों के साथ NDRI सेमिनार में युवा और विशेषज्ञों ने दिखाए डेयरी उद्योग के नए आइडियाज

कर्नाल में NDRI ने 12वां राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया, जिसमें डेयरी उद्योग की उत्पादन, प्रसंस्करण और मार्केटिंग चुनौतियों पर चर्चा हुई. Milkathon 2025 में छात्रों ने नए आइडियाज पेश किए. विशेषज्ञों ने भारतीय डेयरी उद्योग को वैश्विक स्तर पर सशक्त बनाने पर जोर दिया.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 23 Sep, 2025 | 02:59 PM

कर्नाल में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) और NDRI ग्रेजुएट्स एलुमनी एसोसिएशन (NGAA) ने भारतीय डेयरी उद्योग पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया. इस सेमिनार का उद्देश्य उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा करना था. कार्यक्रम में देशभर से 400 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किए.

सेमिनार का आयोजन और मुख्य उद्देश्य

कर्नाल में आयोजित 12वें राष्ट्रीय सेमिनार का विषय Globalisation of Indian Dairy Industry था. इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय डेयरी उद्योग में वैश्वीकरण के प्रभाव और चुनौतियों पर चर्चा करना था. सेमिनार में विशेषज्ञों ने उत्पादन बढ़ाने, गुणवत्तापूर्ण दूध और डेयरी उत्पाद तैयार करने, तथा मार्केटिंग से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकालने पर विचार किया. इसके अलावा, नई तकनीकों, नवाचार और शोध के माध्यम से उद्योग को वैश्विक स्तर पर सशक्त बनाने के उपायों पर भी चर्चा हुई. इस आयोजन ने डेयरी क्षेत्र के पेशेवरों और छात्रों को महत्वपूर्ण ज्ञान और अनुभव साझा करने का अवसर दिया.

NDRI की भूमिका और योगदान

डॉ. धीर सिंह, डायरेक्टर और वाइस-चांसलर, ICAR-NDRI ने स्वागत भाषण में संस्थान के डेयरी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान को विशेष रूप से उजागर किया. उन्होंने बताया कि NDRI ने देशभर में डेयरी उत्पादन बढ़ाने, दूध की गुणवत्ता सुधारने और तकनीकी नवाचार लाने में अग्रणी भूमिका निभाई है. इसके अलावा, संस्थान ने किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. डॉ. सिंह ने बताया कि शोध, प्रशिक्षण और आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से NDRI ने डेयरी उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में अहम योगदान दिया है.

Milkathon 2025: छात्रों की भागीदारी

सेमिनार के दौरान Milkathon 2025 नामक राष्ट्रीय स्तर का रिसर्च और बिजनेस आइडिया प्रतियोगिता भी आयोजित की गई. इसमें छात्रों ने अपने नवाचारी विचार और बिजनेस मॉडल प्रस्तुत किए. टीम NDRI ने पहला पुरस्कार जीता, जबकि CDFST रायपुर को सांत्वना पुरस्कार मिला. इस प्रतियोगिता ने युवा प्रतिभाओं को डेयरी उद्योग में क्रिएटिव और व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया.

पुरस्कार और सम्मान

NGAA ने Lifetime Achievement Award डॉ. ए.के. अग्रवाल को प्रदान किया. इसके अलावा, डॉ. पी.एन. राजू, सीनियर साइंटिस्ट, डेयरी टेक्नोलॉजी डिविजन, ICAR-NDRI, कर्नाल को NGAA द्वारा Best Teacher Award से सम्मानित किया गया. इन पुरस्कारों ने डेयरी क्षेत्र में योगदान देने वाले वैज्ञानिकों और शिक्षकों का उत्साह बढ़ाया.

डेयरी उद्योग की प्रमुख चुनौतियां और समाधान

कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने डेयरी उद्योग में उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की. उच्च गुणवत्ता वाला दूध, प्रसंस्करण तकनीक में सुधार, बाजार में प्रतिस्पर्धा, फीड और पोषण प्रबंधन, और किसानों की आय बढ़ाने के उपायों पर सुझाव दिए. इस प्रकार सेमिनार ने भारतीय डेयरी उद्योग को आधुनिक और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए.

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