सर्दियों में दूध की टेंशन खत्म, भूसे के साथ ये हरा चारा खिलाएं और पाएं भरपूर दूध

सर्दियों में हरे चारे की कमी से दूध उत्पादन घटने लगता है, जिससे पशुपालक परेशान हो जाते हैं. अगर सूखे भूसे के साथ एक खास हरा चारा मिलाकर खिलाया जाए, तो गाय-भैंस की सेहत बेहतर रहती है और दूध की मात्रा में गिरावट नहीं आती.

नोएडा | Updated On: 17 Dec, 2025 | 09:21 PM

Winter Fodder : जैसे ही सर्दियां आती हैं, वैसे ही गांवों में पशुपालकों की एक ही चिंता बढ़ जाती है कि दूध कम न हो जाए. हरा चारा कम होते ही गाय-भैंस की सेहत पर असर पड़ने लगता है और दूध की बाल्टी आधी भरने लगती है. लेकिन अगर इस मौसम में चारे को थोड़ा समझदारी से तैयार किया जाए, तो ठंड में भी गाय खूब दूध दे सकती है. भूसे में एक खास हरा चारा मिलाकर खिलाने से सर्दियों में भी दूध की कोई कमी नहीं होती.

सर्दियों में क्यों घट जाता है दूध उत्पादन

रवि फसल के मौसम में खेतों में हरा चारा कम हो जाता है. दिसंबर से फरवरी के बीच ज्यादातर किसान सूखा भूसा ही पशुओं  को खिलाते हैं. सिर्फ भूसा खाने से पशु का पेट तो भर जाता है, लेकिन शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता. इसका सीधा असर दूध उत्पादन पर पड़ता है. पशु कमजोर होने लगते हैं और दूध की मात्रा धीरे-धीरे घट जाती है. यही वजह है कि सर्दियों में संतुलित चारे  की सबसे ज्यादा जरूरत होती है.

भूसे के साथ बरसीम खिलाना है सबसे आसान उपाय

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अगर भूसे के साथ बरसीम मिलाकर  खिलाया जाए, तो यह समस्या काफी हद तक खत्म हो सकती है. बरसीम एक ऐसा हरा चारा है, जो सर्दियों में आसानी से उगाया जा सकता है. इसमें भरपूर प्रोटीन पाया जाता है, जो दूध बढ़ाने में मदद करता है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम और फास्फोरस भी होते हैं, जो पशुओं की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. बरसीम खाने से पशु ज्यादा एक्टिव रहते हैं और दूध भी ज्यादा देते हैं.

खिलाने का सही तरीका जरूरी

बरसीम जितनी फायदेमंद है, उतनी ही सावधानी भी जरूरी है. इसे कभी भी अकेले नहीं खिलाना चाहिए. बरसीम के साथ कम से कम 25 प्रतिशत सूखा भूसा जरूर मिलाएं. ऐसा करने से अफरा यानी पेट फूलने की समस्या नहीं होती. सुबह-शाम सीमित मात्रा में बरसीम और भूसे का मिश्रण  देने से पशु की पाचन शक्ति भी सही रहती है. साफ पानी हमेशा उपलब्ध कराना भी जरूरी है, ताकि चारे का पूरा फायदा मिल सके.

कम खर्च में ज्यादा फायदा

बरसीम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह सस्ता और आसानी से मिलने वाला चारा है. इसके बीज बाजार में उपलब्ध हैं और किसान इसे अपने खेत में भी उगा सकते हैं. संतुलित तरीके से बरसीम खिलाने से न सिर्फ दूध की मात्रा बढ़ती  है, बल्कि दूध की गुणवत्ता भी बेहतर होती है. इससे पशुपालकों की आमदनी बढ़ती है और सर्दियों में दूध की कमी की चिंता खत्म हो जाती है. कुल मिलाकर, भूसे में बरसीम मिलाकर खिलाना सर्द मौसम में दूध बढ़ाने का सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका माना जा रहा है.

Published: 17 Dec, 2025 | 11:30 PM

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