Dairy Farming : गांवों में अक्सर लोग मजाक में कहते हैं कि काश हमारे पास ऐसी गाय होती जो नहर की तरह दूध बहा दे. लेकिन ये बात अब मजाक नहीं रही. भारत में एक ऐसी गाय की नस्ल है जो रोज 50 से 80 लीटर तक दूध दे सकती है. यह गाय न सिर्फ डेयरी किसानों के लिए खजाना है, बल्कि देश-विदेश में इसकी भारी डिमांड भी बनी हुई है. बात हो रही है गिर नस्ल की, जिसे दूध देने की क्षमता के लिए दुनिया की सबसे बेहतरीन गायों में गिना जाता है.
गिर गाय
कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक गिर गाय मुख्य रूप से भारत में पाई जाती है. इसकी पहचान इसके लाल-भूरे रंग, बड़े थनों और लंबे, नीचे लटके हुए कानों से होती है. गिर गाय की खास बात यह है कि यह अन्य गायों की तुलना में बहुत ज्यादा दूध देती है. कहा जाता है कि इसे दुहने के लिए कई बार 3-4 लोगों की जरूरत पड़ती है. यह नस्ल इतनी लोकप्रिय है कि देश ही नहीं, बल्कि ब्राजील और इज़राइल में भी इसे बड़ी संख्या में पाला जाता है. वहां के किसान इसे हाई-मिल्क प्रोडक्शन वाली प्रमुख नस्ल के रूप में देखते हैं.
गिर गाय की बनावट और खूबियां, जो इसे बनाती हैं खास
गिर गाय न सिर्फ दूध देने में आगे है, बल्कि इसकी शारीरिक क्षमता भी काफी मजबूत मानी जाती है. इसका औसत वजन करीब 380-400 किलो होता है और ऊंचाई लगभग 130 सेंटीमीटर तक रहती है. इसके थन बड़े और मजबूत होते हैं, जिससे दूध निकालना आसान हो जाता है. इसके लंबे कान इसे गर्मी से बचाते हैं और कठोर मौसम में भी इसे स्वस्थ रखते हैं. यही वजह है कि यह नस्ल कई क्षेत्रों के मौसम में आसानी से ढल जाती है. कई डेयरी किसान मानते हैं कि गिर गाय का दूध गुणवत्ता के मामले में भी बेहद खास होता है.
क्या खिलाएं गिर गाय को? संतुलित आहार से उपज बढ़ती है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गिर गाय को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है. इसे प्रोटीन, विटामिन और खनिज पदार्थों से भरपूर चारा देना चाहिए. इसके भोजन में जौ, ज्वार, मक्का, गेहूं, चोकर जैसे दाने शामिल किए जा सकते हैं. हरे चारे के रूप में बरसीम, लोबिया, मक्का या बाजरा खिलाया जाए तो दूध उत्पादन और बेहतर होता है. सही खान-पान के साथ गिर गाय न केवल अधिक दूध देती है बल्कि लंबे समय तक स्वस्थ भी रहती है.