शिकायत के बाद किसान के संतुष्ट होने पर ही अब कार्रवाई को अधिकारी बंद करेंगे. दरअसल, बीते कुछ सप्ताहों में कई राज्यों के दौरे पर रहे केंद्रीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान से किसानों ने समस्याओं के समाधान नहीं होने की जानकारी दी थी. ज्यादातर दौरें के दौरान किसान संवाद में किसानों की यही पीड़ा रही कि उनकी समस्याएं समय पर हल नहीं की जाती हैं. इस पर कृषि मंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए किसान के संतुष्ट होने से पहले कार्रवाई बंद नहीं करने के निर्देश दिए हैं.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की शिकायतों के समाधान को लेकर आज कृषि भवन नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक में समीक्षा की. बैठक में उर्वरक, बीज, कीटनाशक, पीएम-फसल बीमा योजना, पीएम किसान पोर्टल पर आई शिकायतों के बारे में शिवराज सिंह ने जानकारी लेने के साथ ही कहा कि कृषि क्षेत्र से जुड़ी सभी शिकायतों के लिए एक ही प्लेटफॉर्म होना चाहिए.
अधिकारियों ने बताया कि उर्वरक, कीटनाशक, खाद, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम किसान पोर्टल सहित विभिन्न श्रेणियों में जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उनके समाधान के लिए काम किया जा रहा है. उर्वरक की उपलब्धता, उत्पाद की अधिक कीमत, खराब गुणवत्ता वाले बीज, नैनो यूरिया टैगिंग को लेकर आ रही शिकायतों को श्रेणीवार विभाजित करते हुए उचित कदम उठाए जा रहे हैं.
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कीटनाशक से जुड़े 150 मामलों पर कृषि मंत्री ने लिया अपडेट
कीटनाशक के मामले में संबंधित अधिकारी ने केंद्रीय मंत्री को कुल 150 मामलों की जानकारी प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने बताया कि इनमें से 120 शिकायतों के मामलों में कार्रवाई की जा चुकी हैं, 11 नकली कीटनाशकों के मामले में एफआईआर भी दर्ज हुई है, 8 मामलों में कंपनी के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं, साथ ही 24 मामलों में शिकायतों के आधार पर किसानों को उचित मुआवजा भी सुनिश्चित हुआ है.
किसान से अधिकारी पूछेंगे उसके बाद ही कार्रवाई बंद होगी
किसानों की समस्याओं के हल के लिए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जब तक शिकायतकर्ता किसान पूरी तरह से संतुष्ट ना हो, तब तक शिकायत को बंद नहीं किया जाना चाहिए. शिकायत पर कार्रवाई के बाद किसान भाई-बहन को फोन करके पूछा जाना चाहिए कि वह संतुष्ट है या नहीं, यदि कार्रवाई के बाद असंतुष्टि प्रकट हो, तब दोबारा जांच करते हुए शिकायत का निपटारा होना चाहिए. साथ ही केंद्रीय मंत्री चौहान कहा कि शिकायत के निपटान की निश्चित समय-सीमा भी तय होना चाहिए. शिकायत बहुत समय तक लंबित ना पड़ी रहे, इस बात का भी ध्यान रखा जाए.
किसानों की शिकायतें समय पर हल करने वालों को मिलेगा सम्मान
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों से ऐसे राज्यों को चिन्हित करने का भी निर्देश दिया, जहां से अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं और जो राज्य कार्रवाई के मामले में धीमी गति से काम कर रहे हैं, ऐसे राज्यों को सूचीबद्ध करके अगली बैठक में उन्हें जोड़ते हुए उनसे प्रतिक्रिया लेने की भी बात हुई. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने शिकायतों के निपटान में अच्छा काम करने वाले राज्यों और अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए सम्मानित करने की भी बात की, उन्होंने कहा कि इस प्रकार का उत्साहवर्धन अन्य राज्यों और कर्मचारियों को भी बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करेगा.