घर में लगे पौधों के लिए कौन-सी खाद है बेस्ट? जानिए कब करें इस्तेमाल

पौधों को जमीन से पानी और पोषक तत्व तो मिलते हैं, लेकिन समय के साथ मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है. इसलिए उन्हें समय-समय पर खाद देना जरूरी है.

Kisan India
नई दिल्ली | Updated On: 19 Jul, 2025 | 03:27 PM

घर के आंगन या बालकनी में हरे-भरे पौधे केवल सुंदरता ही नहीं बढ़ाते, बल्कि ताजगी और सुकून भी देते हैं. लेकिन जैसे एक बच्चे को बढ़ने के लिए प्यार, देखभाल और पौष्टिक खाना चाहिए, वैसे ही इन पौधों को भी जरूरत होती है सही देखभाल और भरपूर पोषण की. बहुत से लोग पौधे तो लगा लेते हैं, लेकिन कुछ ही समय में वे मुरझा जाते हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल होता है कौन सी खाद पौधों के लिए सबसे अच्छी है? तो चलिए जानते हैं इस सवाल का जवाब.

खाद यानी पौधों का खाना

पौधों को जमीन से पानी और पोषक तत्व तो मिलते हैं, लेकिन समय के साथ मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है. इसलिए उन्हें समय-समय पर खाद देना जरूरी है. खाद पौधों की जड़ों को ताकत देती है, पत्तियों को हरा-भरा बनाए रखती है और फूल-फल आने में मदद करती है.

1. किचन वेस्ट से बनी कंपोस्ट खाद

घर के कचरे से बनी कंपोस्ट खाद न सिर्फ पौधों के लिए फायदेमंद है, बल्कि ये पर्यावरण के लिए भी अच्छी है. इसमें छिले हुए फल-सब्जियों के छिलके, अंडे के छिलके, चायपत्ती, कॉफी के बचे हुए दाने जैसे जैविक अवशेष डाले जाते हैं. इसे किसी बाल्टी या गड्ढे में सड़ने दिया जाता है, और कुछ हफ्तों में यह गाढ़ी, काली खाद बन जाती है जो पौधों के लिए वरदान साबित होती है.

2. गोबर की खाद

गाय या भैंस के गोबर से बनी खाद को वर्षों से भारत में इस्तेमाल किया जाता रहा है. यह मिट्टी की संरचना को सुधारती है, नमी बनाए रखती है और पौधों की जड़ों को पोषण देती है. आप चाहें तो बाजार में मिलने वाली सूखी गोबर की खाद या ‘गोबर खाद के ब्रिकेट’ भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

3. नीम की खली

नीम की खली, यानी नीम के बीज से तेल निकालने के बाद बचा अवशेष, पौधों के लिए बहुत उपयोगी होता है. यह खाद की तरह पोषण तो देती ही है, साथ ही मिट्टी में कीड़े-मकोड़ों को भी दूर भगाती है. खासकर सब्जी वाले पौधों में यह बहुत फायदेमंद है.

4. वर्मी कम्पोस्ट

अगर आप थोड़ा और प्रोफेशनल तरीके से गार्डनिंग करना चाहते हैं, तो वर्मी कम्पोस्ट एक बेहतरीन विकल्प है. इसमें केंचुओं की मदद से जैविक कचरे को खाद में बदला जाता है. यह खाद बेहद मुलायम, पौष्टिक और लंबे समय तक असर देने वाली होती है.

5. सरल घरेलू उपाय

कभी-कभी आप तुरंत कोई खाद नहीं बना पाते, तो आप घर में रोजमर्रा की चीजों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

बची हुई चायपत्ती: धुलकर मिट्टी में मिलाएं, यह आयरन देती है.

केले का छिलका: इसे छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में डालें, पौधों को पोटैशियम मिलेगा.

अंडे का छिलका: इसे पीसकर डालें, यह कैल्शियम देता है.

6. पौधों को जरूरत से ज्यादा खाद देना भी नुकसानदायक

ध्यान रखें, जैसे ज्यादा खाना सेहत बिगाड़ सकता है, वैसे ही जरूरत से ज्यादा खाद पौधों की जड़ों को जला सकती है. हमेशा संतुलन बनाए रखें. हर 15-20 दिन पर हल्की मात्रा में खाद देना काफी होता है.

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Published: 19 Jul, 2025 | 03:24 PM

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