15 लाख दूध किसानों को 3 रुपये ज्यादा दाम देगी सरकार, एक्सीडेंट मुआवजा 1 लाख किया

विश्व दुग्ध दिवस पर ओडिशा सरकार ने दूध किसानों को प्रति लीटर 3 रुपये अतिरिक्त देने का ऐलान किया. इतना हीं नहीं सरकार ने दुग्ध आपूर्ति से जुड़े किसानों को आकस्मिक मौत पर मुआवजा भी देनी की बात की है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 1 Jun, 2025 | 07:50 PM

विश्व दुग्ध दिवस के मौके पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने राज्य के दूध किसानों के लिए बड़ी राहत भरी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि ओडिशा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (OMFED) से जुड़े दूध किसानों को अब हर लीटर दूध पर 3 रुपये अतिरिक्त दाम मिलेगा. इसके साथ ही, किसी भी आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में परिवार को 1 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा.

सरकार की यह घोषणा राज्य के डेयरी क्षेत्र को मजबूत करने और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के मकसद से की गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि दूध की कीमत में कुल 4 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी होगी, जिसमें से 2 रुपये सरकार वहन करेगी और 2 रुपये उपभोक्ता को देना होगा. इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी और उन्हें बेहतर आर्थिक सुरक्षा मिलेगी

मृत्यु पर मिलेगा 1 लाख रुपये का मुआवजा

मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि अब राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (OMFED) से जुड़े दूध किसानों को आकस्मिक मृत्यु पर 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. यह फैसला किसानों के सामाजिक सुरक्षा कवच को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

सरकार का लक्ष्य दोगुना दूध उत्पादन

सीएम मांझी ने कहा कि 2023-24 में राज्य में 26.4 लाख मीट्रिक टन दूध का उत्पादन हुआ. जहां राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 471 ग्राम है, ओडिशा में यह मात्र 156 ग्राम है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में दूध उत्पादन को दोगुना करना है ताकि राज्य राष्ट्रीय औसत को छू सके या उसे पार कर सके.

15 लाख गोपालकों को 70 प्रतिशत तक वित्तीय सहायता

दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री कामधेनु योजना’ (MKY) शुरू की है, जिसका कुल बजट 1,423 करोड़ रुपये है. योजना के तहत लाभार्थियों को 70 फीसदी तक की आर्थिक सहायता दी जा रही है. इस योजना के अंतर्गत सरकार ने 15 लाख गोपालकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है. इतना ही नहीं, सरकार अबतक करीब 3 लाख किसानों को 71 करोड़ रुपये की सब्सिडी दे चुकी है.

186 करोड़ बजट की योजना

इसके अलावा, राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री प्राणी कल्याण योजना (MPKY) भी शुरू की है, जिसका बजट 186 करोड़ रुपये है. इस योजना के तहत नई गोशालाओं की स्थापना और पंजीकृत गोशालाओं को सहायता दी जा रही है.

मुख्यमंत्री प्राणी कल्याण योजना के तहत, गोशालाओं को प्रत्येक पशु की देखभाल और रख-रखाव के लिए 20 हजार रुपये प्रति पशु दो किश्तों में दिए जा रहे हैं. नवंबर 2024 में 68 गोशालाओं को 9 करोड़ रुपये दिए गए, जबकि हाल में 77 गोशालाओं को 10.5 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जिससे पूरे राज्य में करीब 22 हजार बेसहारा मवेशियों को राहत मिली है.

विश्व दुग्ध दिवस पर नए उत्पादों का शुभारंभ

इस खास दिन मुख्यमंत्री ने राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (OMFED) के तीन नए डेयरी उत्पाद भी लॉन्च किए. साथ ही, सरकार ने डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई और कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है.

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Published: 1 Jun, 2025 | 07:50 PM

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