आंध्र प्रदेश के कोऑपरेटर सुधाकर चौधरी वल्लभनेनी को कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (KRIBHCO) का नया चेयरमैन चुना गया है. जबकि वरिष्ठ कोऑपरेटिव नेता चंद्र पाल सिंह यादव नए वाइस चेयरमैन बने हैं. दोनों को कृषि-उर्वरक क्षेत्रों में कोऑपरेटिव आंदोलन को मजबूत करने का अनुभव है. खास बात यह है कि KRIBHCO के पदाधिकारियों के चुनाव सोमवार को शांतिपूर्ण तरीके से पूरे हो गए. यह चुनाव सहकारी क्षेत्र में एक अहम बदलाव माना जा रहा है. चेयरमैन और वाइस-चेयरमैन के पद के लिए सिर्फ एक-एक नामांकन आया, इसलिए दोनों को सर्वसम्मति से चुना गया.
ध्यान देने वाली बात ये रही कि चुनाव की प्रक्रिया को सुचारु रूप से पूरा कराने के लिए केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के दो मंत्री NCUI मुख्यालय पहुंचे. एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार की कोशिश रहती है कि अच्छे काम करने वाली सहकारी संस्थाओं में नेतृत्व परिवर्तन शांतिपूर्ण तरीके से हो और KRIBHCO इसकी एक अच्छी मिसाल है. खास बात यह है कि नामांकन दाखिल करने से पहले चुने हुए बोर्ड सदस्यों और दो मंत्रियों के बीच गहन चर्चा हुई. केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल और उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि सिर्फ दो ही नामांकन तय किए जाएं.
बिपिन पटेल ने चंद्र पाल सिंह यादव का किया समर्थन
हालांकि चेयरमैन के चयन को लेकर काफी बहस हुई. कई चुने हुए बोर्ड निदेशकों ने चौधरी के नाम का विरोध किया और दूसरे उम्मीदवारों के नामों पर विचार करने का सुझाव दिया. 12 सितंबर 2025 को शीर्ष सरकारी नेतृत्व के साथ एक बैठक भी हुई, ताकि नामों को अंतिम रूप दिया जा सके, लेकिन सहमति नहीं बन पाई. वहीं, वाइस‑चेयरमैन के पद के लिए गुजरात के मगनभाई पटेल और बिपिन पटेल के नाम भी चर्चा में थे, लेकिन अंत में बिपिन पटेल ने चंद्र पाल सिंह यादव का समर्थन किया, जिससे उनकी जीत पक्की हुई.
वहीं, एनसीयूआई अध्यक्ष दिलीप संघानी इन बैठकों में शामिल नहीं थे. जैसे ही उन्हें पता चला कि दोनों मंत्री आए हैं, वह तुरंत एनसीयूआई मुख्यालय पहुंच गए. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता यह सब कैसे हुआ. जैसे ही मुझे उनकी मौजूदगी की खबर मिली, मैं उन्हें स्वागत करने आ गया. उन्होंने कहा कि चुनाव एनसीयूआई के नए बोर्ड रूम में हुए.
कौन हैं सुधाकर चौधरी
सुधाकर चौधरी, जो आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के जाने-माने उद्योगपति हैं. अब KRIBHCO के नए चेयरमैन चुने गए हैं. वे मोहन स्पिनटेक्स इंडिया लिमिटेड के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उनके नेतृत्व में यह कंपनी भारत की सबसे तेजी से बढ़ने वाली और भरोसेमंद होम टेक्सटाइल बनाने वाली कंपनी बन गई है. उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई 1978 से 1986 के बीच एनएसएम पब्लिक स्कूल, विजयवाड़ा से की और फिर बाबूजी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी से 1989 से 1993 के बीच इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी में बीई किया.