कपास-गन्ना और दलहन उपज बढ़ाने पर जोर, येलो मोजैक रोग ने कृषि मंत्री की चिंता बढ़ाई

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने इंदौर में की हैं और उन्होंने सोयाबीन में लगने वाले येलो मोजेक रोग को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कई फसलों के उत्पादन, क्वालिटी को लेकर कानपुर मेरठ और कोयंबटूर में कार्यक्रमों की घोषणा की है.

नोएडा | Updated On: 26 Jun, 2025 | 04:33 PM

कपास की उन्नत खेती और उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय कोयंबटूर में किसानों और वैज्ञानिकों के साथ कार्यक्रम करेगा. जबकि,  गन्ना के विकास, उत्पादन और क्वालिटी में बेहतरी के लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ में कार्यक्रम होगा. दलहन फसलों की उपज और क्वालिटी में और सुधार के लिए कानपुर में कृषि मंत्रालय कार्यक्रम करने जा रहा है. यह घोषणा खुद केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने इंदौर में की हैं और उन्होंने सोयाबीन में लगने वाले येलो मोजेक रोग को लेकर चिंता जताई है.

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर स्थित ICAR- राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान (NSRI) पहुंचकर संस्थान की गतिविधियों की समीक्षा की और अधिकारियों तथा वैज्ञानिकों से चर्चा कर नवाचारों की जानकारी ली. यहां पर उन्होंने प्रक्षेत्र संसाधन परिसर का विधिवत शिलान्यास किया. यह कदम सोयाबीन किसानों को लाभ पहुंचाने, आधुनिक तकनीक और समाधान उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

सोयाबीन की खेती में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाएं किसान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि उन्नत तकनीक और सार्थक संवाद से सोयाबीन का उत्पादन बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि तकनीक से सोयाबीन की खेती करना है. सोयाबीन में अधिक पानी भराव से बड़ी समस्या देखी जाती है. इसलिए मशीन से इसकी खेती करना चाहिए.

येलो मोजेक कीट के प्रकोप से चिंतित हुए कृषि मंत्री

येलो मोजैक इंदौर में तेजी से फसल को नुकसान पहुंचाता है. यह किसानों के लिए बड़ी समस्या बना है. ऐसे में बीमारियों से मुकाबला करने वाली दवाएं विकसित की जा रही हैं. ऐसी दवाओं का प्रदर्शन भी किया गया है. बीजोपचार के जरिए बीमारी से बचाव करने पर जोर है. उन्होंने कहा कि सोयाबीन का उत्पादन बढ़ाने के उपायों पर काम किया जा रहा है.

सोयाबीन इस्तेमाल के विकल्पों पर जोर दें वैज्ञानिक

कृषि मंत्री ने कहा कि सोयाबीन के इस्तेमाल करने के विकल्पों पर हमें काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सोयाबीन से तेल 18 फीसदी ही मिलता है. लेकिन, सोया खली का इस्तेमाल और निर्यात से किसानों को पैसा मिलना आसान होगा. सोयाबीन का उपयोग बढ़ाने पर जोर दिया जा है. सोयाबीन से प्रोटीन पाउडर बनाकर बच्चों महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है.

गन्ना, कपास और दलहन के 3 शहरों में मंथन होगा

केंद्रीय कृषि मंत्री ने फसलों के उत्पादन और क्वालिटी को और बेहतर करने पर जोर दिया है. उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि इंदौर के बाद कपास की खेती को लेकर मंथन तमिलनाडु के कोयंबटूर में होगा. इसके बाद गन्ना की खेती बढ़ाने को लेकर कृषि मंत्रालय यूपी के मेरठ में कार्यक्रम करेगा. इसके अलावा दलहन फसलों के उत्पादन बढ़ाने और किसानों को खेती में आ रही दिक्कतों को हल करने के लिए कानपुर में मंथन किया जाएगा.

Published: 26 Jun, 2025 | 04:21 PM