मंडियों में पड़े-पड़े अंकुरित हो गए धान, नाराज किसानों ने NH-53 किया जाम

ओडिशा के अट्टाबिरा ब्लॉक में किसानों ने धान उठान में देरी के कारण NH-53 को तीन घंटे तक जाम किया. प्रशासन ने 30 जून तक सभी टोकनधारी किसानों का धान खरीदने का भरोसा दिया.

नोएडा | Updated On: 25 Jun, 2025 | 10:53 PM

ओडिशा के बरगढ़ जिले के अट्टाबिरा ब्लॉक में खरीद के बावजूद समय पर धान का उठान नहीं होने से किसान काफी परेशान हैं. ऐसे में तुरंत उठान की मांग को लेकर किसानों ने गोढभगा में NH-53 को तीन घंटे से ज्यादा समय तक जाम कर दिया. इससे बरगढ़-संबलपुर मार्ग पर सैकड़ों वाहन फंसे रहे. साथ ही किसानों ने गोढभगा मार्केट यार्ड के सामने सड़क पर ही धान की बोरियां डालकर प्रदर्शन शुरू किया. उनका आरोप था कि मंडियों में धान बेचने लाने के बाद भी हजारों बोरे अभी तक नहीं बिके हैं, क्योंकि खरीद की रफ्तार धीमी है और समय पर उठान नहीं हो रहा. ऐसे में बारिश में पड़े-पड़े कई बोरे के धानों में अंकुर भी निकल आए हैं.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों का कहना है कि वे कई बार बरगढ़ कलेक्टर और सिविल सप्लाई अधिकारी से मिले, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. साथ ही किसानों ने मंडी रिकॉर्ड में फर्जी एंट्री, नकली किसान आईडी पर खरीद और छत्तीसगढ़ से आए धान की बिक्री जैसे आरोप भी लगाए गए. प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि कई मंडियों में टारगेट कम होने और तालमेल की कमी की वजह से धान का उठान बंद है, जिससे हजारों बोरे बिना बिके पड़े हैं.

30 जून तक होगी धान की खरीद

वहीं, कुछ किसानों ने दावा किया कि उनका 70 फीसदी तक धान अब भी नहीं खरीदा गया. बाद में डिप्टी कलेक्टर मदन पांडा, एडीएम प्रसन्ना पांडा और अट्टाबिरा के एडिशनल तहसीलदार अंकित पांडा मौके पर पहुंचे और किसानों से बात की. प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि सभी टोकनधारी किसानों का धान 30 जून तक खरीद लिया जाएगा, जिसके बाद किसानों ने जाम खत्म किया.

95 फीसदी धान खरीदा गया

वहीं, बीते रविवार को ओडिशा सरकार ने कहा था कि अब तक कुल लक्ष्य का 95 फीसदी धान खरीदा जा चुका है. खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्‍ण चंद्र पात्र ने कहा कि सरकार ने रबी सीजन में 18 लाख टन धान खरीदने का संशोधित लक्ष्य रखा था. अब तक 17 लाख टन धान खरीदा जा चुका है, जो कि कुल लक्ष्य का लगभग 95 फीसदी है. चूंकि खरीद की अंतिम तारीख 30 जून है, इसलिए बचा हुआ 1 लाख टन धान आसानी से खरीदा जाएगा.

Published: 25 Jun, 2025 | 10:47 PM