सिंचाई से लेकर कटाई तक, जान लें तरबूज की खेती का सही तरीका

बता दें कि तरबूज की प्रति एकड़ खेती से किसान लगभग 2 से 3 लाख रुपये कमा सकते हैं. खेती के लिहाज से तरबूज अच्छा ऑप्शन है क्योंकि यह कम समय में तैयार हो जाता है और साथ ही इसकी खेती से किसानों को भी अच्छा फायदा होता है.

नोएडा | Published: 15 May, 2025 | 03:41 PM

तरबूज जायद सीजन की मुख्य फसलों में से एक है. गर्मी के मौसम में बाजार में इसकी मांग बढ़ जाती है. तरबूज एक ऐसा फल है जो गर्मी में शरीर को ठंडा बनाए रखने में मदद करता है. खेती के लिहाज से तरबूज अच्छा ऑप्शन है क्योंकि यह कम समय में तैयार हो जाता है और साथ ही इसकी खेती से किसानों को भी अच्छा फायदा होता है. बता दें कि तरबूज की प्रति एकड़ खेती से किसान लगभग 2 से 3 लाख रुपये कमा सकते हैं. आइये जानते हैं कि कैसे कर सकते हैं तरबूज की खेती और कैसे करें खेत की तैयारी.

तरबूज की खेती के लिए खेत करें तैयार

तरबूज की खेती के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी की सही होती है. तरबूज की खेती करने से पहले अच्छे से गहरी जुताई करना बेहद जरूरी है. ताकि खेत की मिट्टी की भुरभुरी हो सके. मिट्टी को भुरभुरा करने के लिए कल्टीवेटर या रोटावेटर का इस्तेमाल किया जा सकता है. एक बार खेत की जुताई पूरी हो जाए तो मेड़ों के बीच 5 से 6 फीट की दूरी रखें और मेड़ों की चौड़ाई 3 फीट रखें. खेत में मेड़ को 1 फीट ऊंचाई पर रखें.

बुवाई करने का सही तरीका

आमतौर पर तरबूज की बुवाई जायद सीजन में होती है. तरबूज के बीजों की बुवाई से पहले जरूरी है कि बीजों का उपचार कर लिया जाए. उपचार के लिए बीजों को पहले 2 ग्राम कार्बेनडाजिम प्रति किलो से और बाद में 4 ग्राम ट्राईकोडर्मा विराइड से भी बीजों का उपचार करें. उपचार के बाद बीजों को मिट्टी में 2 से 3 सेमी गहराई पर लगाएं. ध्यान रहे कि कतार से करात की दूरी 2 से 3.5 मीटर और पौधे से पौधे की बीच की दूरी 60 सेमी होना चाहिए. प्रति एकड़ जमीन पर खेती के लिए तरबूज के 300 से 400 ग्रीम बीज की जरूरत होती है.

सिंचाई और कटाई का सही समय

तरबूज के अच्छे उत्पादन के लिए जरूरी है कि फसल की सिंचाई अच्छे से की जाए. बुवाई के 5 से 7 दिनों के अंतर पर और फल आने के बाद 8 से 10 दिनों के अंतर पर सिंचाई करें. गर्मियों में हफ्ते में एक बार सिंचाई करनी चाहिए. सिंचाई करते समय आपको ध्यान रखना होगा कि मेड़ गीली न हो.

बात करें तरबूज की फसल की कटाई की तो एक बार जब तरबूज अच्छे से पक जाए तभी इसकी कटाई करे. बता दें कि तरबूज की फसल को पकने में लगभग 70 से 85 दिन का समय लगता है.