मध्य प्रदेश के शाजापुर में सोयाबीन किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों का कहना है कि फसल बीमा प्रीमियम काटे जाने के बावजूद भी अन्नदाता को मुआवजा नहीं मिल रहा है. इससे उन्हें खेती में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में भारतीय किसान कांग्रेस के बैनर तेल सैकड़ों किसानों ने अपनी बात रखने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया और अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासन को अलग-अलग ज्ञापन सौंपे. ये ज्ञापन मुख्यमंत्री मोहन यादव और राज्यपाल मंगुभाई पटेल के नाम सौंपा गया है.
खास बात यह है कि ज्ञापन खरीफ और रबी फसल बीमा राशि से जुड़ा है. भारतीय किसान कांग्रेस के किसान नेताओं ने कहा कि बीमा कंपनियों की लापरवाही के कारण किसानों को समय पर मुआवजा नहीं मिल रहा, जबकि किसानों के खातों से फसल बीमा का प्रीमियम काटा जा रहा है. साथ ही किसानों ने सेटेलाइट सर्वे में भी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि सेटेलाइट सर्वे में गड़बड़ी होने के चलते सिर्फ 100-200 रुपये तक का मुआवजा मिला. कई किसानों को तो अब तक बीमा राशि मिली ही नहीं है. ऐसे में किसान कर्ज में चले जा रहे हैं.
10 से 15 रुपये प्रति किलो मिल रहा है दाम
वहीं, प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आलू और प्याज के निर्यात पर सब्सिडी की मांग की है. भारतीय किसान कांग्रेस ने कहा कि जिले के 70-80 फीसदी किसान आलू-प्याज की खेती करते हैं, लेकिन उत्पादन लागत ज्यादा होने के बावजूद उन्हें सिर्फ 10-15 रुपये प्रति किलो का दाम मिल रहा है. ऐसे में किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. साथ ही सोयाबीन किसानों ने फसल में फैली पीली मोजेक बीमारी का मुद्दा उठाया है. संगठन ने तुरंत सर्वे कर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है. भारतीय किसान कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो जिलेभर में किसान आंदोलन किया जाएगा.
जुलाई में किसानों ने किया था प्रदर्शन
बता दें कि मध्य प्रदेश में किसान अपनी मांगों को लेकर सजग हैं. बीते जुलाई महीने में रायसेन जिले के सिलवानी तहसील में किसानों ने प्रदर्शन किया था. तब नाराज किसानों ने हाईवे को जाम कर दिया था. मूंग की तुलाई में लगातार हो रही देरी और अधिकारियों की बेरुखी से गुस्साए किसानों ने स्टेट हाईवे-44 पर चक्काजाम कर दिया था. सैकड़ों की संख्या में जुटे किसानों के इस विरोध प्रदर्शन के चलते यातायात घंटों ठप रहा था और प्रशासन में हड़कंप मच गया था.