देशभर में खेती में नए-नए आइडिया और मेहनत से पहचान बनाने वाले सात किसानों को दिल्ली में हुए एक खास कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. यह किसान ऑफ इंडिया सम्मान का पहला आयोजन था, जिसमें उन किसानों को चुना गया है जो खेती को नए तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं.
अमित का बाजरा वाला केक और सना का संदेश
राजस्थान के जोधपुर से आए अमित सोनी ने बताया कि कैसे बाजरा से बनाया उनका चॉकलेट ट्रफल केक संसद में काटा गया और प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी तारीफ की. यह सुनकर कार्यक्रम में तालियां गूंज उठीं. अमित की कहानी बताती है कि पुरानी फसलों को भी नया ट्विस्ट देकर क्या-क्या किया जा सकता है. लखनऊ की सना खान, जिन्हें मन की बात में प्रधानमंत्री ने वर्मीकम्पोस्टिंग के लिए सराहा था, ने युवाओं से अपील की कि वे खेती को छोड़ें नहीं बल्कि इसे नए तरीकों के साथ अपनाएं. उन्होंने कहा, देश का कल खेती से ही उजलेगा. बस हमें इसे नए जमाने की तकनीक के साथ अपनाना होगा.
सात कैटेगरी, सात चैंपियन-अपनी-अपनी फील्ड में नंबर वन
कार्यक्रम में खेती से जुड़े सात अलग-अलग क्षेत्रों में शानदार काम करने वाले किसानों को सम्मान दिया गया. ये हैं:-
- नरेंद्र सिंह मेहरा (हल्द्वानी)- ऑर्गेनिक/प्राकृतिक खेती
- खेमा राम चौधरी- संरक्षित खेती
- गुरप्रीत सिंह शेरगिल-फूड प्रोसेसिंग
- रविंद्र मणिकराव मेटकर-कृषि स्टार्टअप
- सुरेंद्र आवाना-डेयरी फार्मिंग
- शिवप्रसाद साहनी-मत्स्य पालन
अभिषेक धामा-कृषि नई तकनीकये सभी किसान अपनी मेहनत, नए आइडिया, और अलग सोच से साबित कर रहे हैं कि खेती सिर्फ खेत में फसल उगाने तक सीमित नहीं है. अब खेती में बिज़नेस, तकनीक, और नए प्रोडक्ट की भी बड़ी दुनिया खुल चुकी है.
ICAR का संदेश- ये किसान लाखों लोगों के लिए मिसाल
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के महानिदेशक डॉ. मांगी लाल जात ने वीडियो संदेश में इन किसानों की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि ये सभी किसान अपने-अपने इलाकों में नई मिसाल पेश कर रहे हैं और लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं. उनका कहना था कि खेती में बदलाव इन्हीं किसानों से शुरू होता है, जो बिना डरे नए प्रयोग करते हैं.
खेत से निकली नई उम्मीद
इस पूरे कार्यक्रम में एक बात साफ दिखी-अगर किसान नई तकनीक, प्रोसेसिंग, और नए बिज़नेस मॉडल अपनाते रहेंगे तो भारतीय कृषि का भविष्य बहुत मजबूत होगा. आज की खेती सिर्फ हल चलाने तक सीमित नहीं है- यह अब स्टार्टअप, ब्रांडिंग और विज्ञान के साथ आगे बढ़ रही है. किसान ऑफ इंडिया सम्मान जैसे आयोजन यह साबित करते हैं कि देश की असली ताकत वही किसान हैं जो जमीन से जुड़े हैं, मेहनत करते हैं और बदलाव लाने का हौसला रखते हैं.